लखनऊ/अंजलि सिंह राजपूत. आपने अपने बचपन में मारियो गेम्स तो खूब खेले होंगे जिन्हें टीवी में लगाकर रिमोट कंट्रोल के जरिए खेला जाता था. जिनकी कैसेट बदल बदल कर हम कॉन्ट्रा जैसे गेम को खेलते थे. आपने अक्सर अपने पापा के मुंह से भी सुना होगा कि हमारे जमाने में तो टीवी में लगाकर वीडियो गेम खेलते थे लेकिन अब बदलते जमाने ने पब्जी, एंग्री बर्ड और कैंडी क्रश जैसे गेम्स आ गए हैं. आज की जनरेशन इन्हीं गेम्स को जानती है और खेलना पसंद करती है. लेकिन 90 के दशक के लोगों से पूछा जाए रेट्रो गेम की अहमियत तो उनके लिए आज भी रेट्रो गेम्स बचपन की खूबसूरत यादों से कम नहीं हैं.अगर आपको लग रहा है कि यह वीडियो गेम सब बंद हो गए हैं तो यह गलतफहमी है. अगर आज भी आपका रेट्रो वीडियो गेम्स खेलने का मन है तो लखनऊ के नाका हिंडोला में विजयनगर है वहां पर 1986 एक दुकान है जिसका नाम है न्यू इको इलेक्ट्रॉनिक्स. यहां पर रेट्रो वीडियो गेम्स का एक पूरा संग्रहालय है. दुकान के मालिक नितिन श्याम अग्रवाल ने बताया कि मोबाइल फोंस ने टीवी में लगाकर खेलने वाले वीडियो गेम्स का चलन कम जरूर किया है लेकिन उनकी जगह कभी भी नहीं ले पाएगा. उन्होंने बताया कि उनके पास 90 के दशक के बाद के जितने भी वीडियो गेम्स आए हैं सब वर्तमान में मौजूद हैं.आज भी इतनी है कीमतरेट्रो वीडियो गेम्स की कीमत करीब 600 रूपए से शुरू होकर 700 रूपए तक है. वीडियो गेम्स की कैसेट जो पहले 50 रूपए की आती थी अब 100 रूपए की हो गई है लेकिन गेम्स आज भी हैं. लोग खूब खेलते हैं. पसंद करते हैं. पूरे देश भर से उनके पास ऑर्डर आते हैं.गोवा से भी आते हैं ऑर्डरदुकान के मालिक नितिन श्याम अग्रवाल ने बताया कि उनके पास गोवा तक से लोग वीडियो गेम्स को मंगवाते हैं. अगर किसी को भी रेट्रो वीडियो गेम चाहिए तो वह घर बैठे ही मंगवा सकता है. ऑर्डर करने के लिए लोग मोबाइल नंबर 9936098107 पर संपर्क कर सकते हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : January 31, 2023, 11:14 IST
Source link

COVID vaccine doubles cancer survival rates in immunotherapy patients
NEWYou can now listen to Fox News articles! A common vaccine could help to fight cancer, a new…