Uttar Pradesh

Success Story: नौकरी नहीं मिली तो यूट्यूब से सीखी बेर की खेती, आज कमा रहे लाखों



रिपोर्ट: कृष्ण गोपाल द्विवेदी

बस्ती: ग्रेजुएशन करने के बाद भी जब एक युवक को नौकरी नहीं मिली तो उसने खेती की ओर रुख किया. इस युवक ने यूट्यूब से खेती सीखी और आज क्षेत्र में उन्नत खेती की मिसाल बन गया है. कप्तानगंज के परिवारपुर गांव के ओमप्रकाश मौर्य ने कश्मीरी रेड एप्पल बेर का बाग लगा रखा है. आज ओमप्रकाश इस खेती से लाखों कमा रहा हैं और दूसरों को भी इसकी खेती में मदद कर उनकी समृद्धि का कारण बने हुए हैं.

ओमप्रकाश ने बताया कि स्नातक के बाद जब नौकरी नहीं मिली तो उन्होंने पहले कप्तानगंज में जनसेवा केंद्र शुरू किया. उसके बाद यूट्यूब के माध्यम से उन्होंने बेर की खेती के बारे में जानकारी ली. कोलकाता की एक फर्म से संपर्क कर मार्च 2019 में कश्मीरी रेड एप्पल बेर के 200 पौधे मंगवाए. फिर इन पौधों को दो बीघे खेत में लगाया. शुरुआती दौर में एक पेड़ से 20 से 25 किलो बेर ही पैदा होते थे , लेकिन जैसे-जैसे पेड़ बड़े होते गए वैसे-वैसे फल अधिक मात्रा में होने लगे. आज एक पेड़ से एक कुंतल से अधिक बेर मिल रहे हैं. इनसे सालाना तीन से चार लाख तक की बचत हो जाती है.

युवा प्रेरणा लेकर खेती से जुड़ेओमप्रकाश से प्रेरित होकर क्षेत्र के अन्य किसान भी बेर की खेती कर रहे हैं. बैहार के सुशील ओझा ने भी बेर की बगिया लगाकर लाखों की इनकम की है. किसान अखिलेश कुमार ने बताया की ओम प्रकाश की नई सोच ने हम किसानों को भी नई राह दिखाई है. अब हमको कमाने के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं है. हम अपने गांव में ही बेर की खेती कर लाखों कमा रहे हैं.

दूसरों को भी दिखा रहे राहओमप्रकाश मौर्य ने बताया की दूर-दूर से किसान मुझसे बेर की खेती के बारे में जानने के लिए आते हैं, मैं बेर की खेती में उनकी मदद भी करता हूं. बताया, हमारे द्वारा उगाए गए बेर फुटकर में 80 रुपये प्रति किलो में बिकता है, जबकि थोक में इसका रेट 60 रुपये प्रति किलो है. मेरा उद्देश्य है की अधिक से अधिक किसान बेर की खेती से जुड़ें और आत्मनिर्भर बनें.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Basti news, Success Story, UP newsFIRST PUBLISHED : January 28, 2023, 18:54 IST



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