Causes Of Back Pain In Women: आपने अक्सर अपनी मम्मी को घर के काम करते समय कराहते देखा हेगा. काम के दौरान उनके मुंह से एक ही शब्द बार-बार निकलता है, और वो है- कमर में दर्द. ये दिक्कत पुरुषों में उतनी नहीं देखने को मिलती है, जितना कि महिलाएं इसका आसानी से शिकार हो जाती हैं. इसके पीछे कुछ संभावित कारण हो सकते हैं. दरअसल, पुरुषों की तुलना में महिलाओं का शरीर ज्यादा सेंसिटिव होता है. साथ ही उनका रिप्रोडेक्टिव हेल्थ जो कि हर महीने बदलता रहता है, इसका उनकी सेहत पर खास असर पड़ता है. लेकिन महिलाओं में कमर दर्द के कई कारण हो सकते हैं. कई बार ये हाई हील्स पहनने से भी होने लगता है. इसके अलावा रीढ़ की हड्डी प्रेशर बढ़ने से ब्लैडर से जुड़ी समस्याएं महिलाओं में कमर दर्द का कारण हो सकती हैं. आइए जानते हैं इसे बारे में विस्तार से… 
महिलाओं में कमर दर्द के कारण- 
1. प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम- कुछ महिलाओं को पीरियड्स से पहले पीठ के निचले हिस्से में दर्द, पेट में दर्द, सिरदर्द, मूड स्विंग्स आदि लक्षण नजर आने लगते हैं. ये स्थिति प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) कहलाता है. जिसके चलते कमर में भी दर्द होने लगता है.
2. बिगड़ी लाइफस्टाइल-   कमर दर्द का कारण काम में लंबे समय तक व्यस्त होना भी हो सकता है. लगातार बैठे रहने से आपको कमर दर्द की समस्या हो सकती है. दरअसल, जब आप लंबे समय तक बैठी रहती हैं, तो एक्टिविटी की कमी के कारण आपकी पीठ की मांसपेशियां बंद हो जाती हैं और दर्द महसूस हो सकता है.
3. एंडोमेट्रियोसिस- एंडोमेट्रियोसिस एक स्त्री रोग संबंधी समस्या है. ये गर्भाशय के ऊतकों को गर्भ के बाहर बढ़ने का कारण बनती है. इस स्थिति में पीठ दर्द होता है, जो आमतौर पर पीरियड्स के दौरान बढ़ जाता है.  4. खराब पोस्चर-   लंबे समय तक स्क्रीन के सामने बैठे रहने से आपके कुल्हों और बैक की मांसपेशियां प्रभावित हो सकती हैं. आगे चलकर ये पीठ दर्द का कारण बन जाती है. साथ ही आपके खड़े होने या गलत तरीके से चलने की भी वजह हो सकती है. इससे मांसपेशियों और लिगामेंट्स पर दबाव पड़ता है, जिससे कमर दर्द होता है.
कमर दर्द में महिलाएं करें ये घरेलू उपचारमहिलाओं में कमर दर्द के लिए कई घरेलू उपचार होते हैं, जिन्हें वो आजमा सकती हैं. हर बार दर्द में आपको दवाओं का सहारा लेने की जरूरत नहीं है. इसके लिए आप गर्म पानी की सिकाई कर सकती हैं. तिल के तेल की मालिश करवा सकती हैं. डाइट में कैल्शियम और विटामिन सी की मात्रा बढ़एं. साथ ही हाई हील्स का कम इस्तेमाल करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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