नोएडा: उत्तर प्रदेश की मेट्रो सिटी नोएडा में आवारा पशु यमराज बनकर घूम रहे हैं. आए दिन कोई ना कोई इनका शिकार होता रहता है. कभी किसी की गाड़ी इनसे टकरा जाती है और  जानलेवा हादसा हो जाता है तो कभी गाय या सांड किसी पर हमला कर जान ले लेते हैं. इसकी जवाबदेही भी किसी पर तय नहीं होती, क्योंकि वह पशु किसी व्यक्ति के नाम से नहीं होता. बीते सप्ताह सेक्टर-63 के चोटपुर कॉलोनी में एक युवक को सांड ने जमीन पर पटक दिया. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. शहर में बीते कुछ महीनों में दर्जनों लोगों की मौत इस तरह से हो चुकी है.आवारा पशु लोगों के लिए बने  बड़ी चुनौती ,हो चूकी है कई लोगों की मृत्यु :दरअसल नोएडा शहर में आवारा पशु लोगों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गए हैं. ऐसा नहीं है कि चोटपुर में युवक की मौत पहली घटना थी. इस से पहले भी कई घटनाएं हो चुकी हैं. इसी तरह बीते साल मई-जून में गढ़ी चौखंडी के पास एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. रक्षा बंधन के दिन भंगेल में अपने दादा के साथ भाई को राखी बांधने जा रही एक मासूम बच्ची को गाय ने पटक दिया. घटना में मासूम की मौत हो गई थी. वहीं अप्रैल महीने में सब्जी लेने गई एक महिला को सांड ने टक्कर मारी थी. जिसके बाद उसकी मौत हो गई. सलारपुर गांव में दो आवारा सांड लड़ाई कर रहे थे. उसी बीच ऑफिस से घर आ रहे संजय नाम के एक व्यक्ति की उनके चपेट में आने से मौत हो गई थी.खुलेआम घूम रहे आवारा पशुओं के कारण हो रही दुर्घटनाओं और मौतों को लेकर जब नोएडा अथॉरिटी के ओएसडी इंदु प्रकाश से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमने नोएडा में दो गौशाला एक सेक्टर-93 और दूसरा सेक्टर 14 ए में बनाया हुआ है. हम खुले सांड, गाय को वहीं रखते हैं. स्थानीय लोगों की जहां भी शिकायत होती है. हम , हमारी टीम को मौके पर भेजते हैं और पशु को लाकर गौशाला में डाल देते हैं. लेकिन कई बार क्षेत्रिय निवासी ही इसका विरोध करने लगते हैं. इस कारण हमें पशु छोड़कर आना पड़ता है और इस कारण लोगों की मौत होती है.आवारा पशुओं के कारण  दुर्घटनाएं प्रदेश मे आपदा की श्रेणी में :इंदु प्रकाश बताते हैं कि ऐसी घटना को प्रदेश में आपदा घोषित किया गया था. जिसके बाद ऐसी घटना में मृतक के चार लाख का मुआवजा जिला प्रशासन देता है. उसमें नोएडा अथॉरिटी का कोई रोल नहीं है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : January 19, 2023, 19:35 IST



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