मेरठ :-दिवाली के सीजन में महंगाई डायन खुशियां खाए जा रही है. घर का खर्चा चलाना तक भी आम लोगों के लिए काफी मुश्किल होता जा रहा है. वहीं सीजन की सब्जी या खाद्य तेल की बात की जाए तो उनके रेट भी आसमान छू रहे है.एक सप्ताह की बात को जाए तो 20 से 25% तक सब्जियों के रेट बढ़ चुके हैं. जिससे कहीं ना कहीं अब रसोई का बजट बिगड़ता जा रहा है.
टमाटर हुआ महंगाई से लाल तो आलू भी पीछे नहींआलू की बात की जाए तो सब्जियों का राजा माना जाता है. क्योंकि गरीब से गरीब व्यक्ति भी आलू की सब्जी बना कर अपना पेट भर लेता है. लेकिन अबकी बार आलू के रेट आम लोगो की बजट से बाहर है. जो आलू 10 से ₹12 किलो मिलता था. वह आलू अब 30 से ₹35 को मिल रहा है. टमाटर की रेट की बात की जाए तो टमाटर भी 70 से 80 के रेट में मिल रहा है.
कैसे ले प्रोटीन सब्जी जब बजट में ही नहींबीमारियों के बढ़ते क्रम को देखते हुए डॉक्टरों की सलाह है. सभी लोग हरी सब्जियों का सेवन करें. लेकिन हरी सब्जियों के रेट इतने ज्यादा है कि मध्यमवर्ग सब्जी खरीदने से भी कतरा रहा है. मेथी की बात की जाए तो 80 से ₹90 किलो मेथी, धनिया 100 रूपये इसी तरीके से अन्य सब्जियों के रेट भी ₹60 किलो से कम नहीं है. ऐसे में अंदाजा लगा सकते हैं कि इस दिवाली किस तरीके से गरीब लोगों के सामने आर्थिक संकट बन कर उभरी है.
पेट्रोल डीजल का सितम झेल रहे ग्राहकसब्जी विक्रेताओं की माने तो जिस प्रकार पेट्रोल और डीजल की रेट में वृद्धि हो रही है. उससे कहीं ना कहीं माल भाड़ा भी बढ़ गया है. जिससे सब्जियों की रेट में इजाफा हो रहा है .साथ ही तेल की बात करें तो सरसों का तेल भी 210 से ₹220 प्रति लीटर मिल रहा है .इसी तरीके से रिफाइंड भी 180 से ₹185 है. जिससे कहीं ना कहीं गरीब आम जनमानस के लिए एक संकट खड़ा हो गया है.
रिपोर्टविशाल भटनागरमेरठपढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.
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