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arshdeep singh gives credit to paras mhambrey for success in t20 world cup 2022 | T20 World Cup: टी20 वर्ल्ड कप में कहर बरपा रहा 23 साल का ये भारतीय गेंदबाज, बड़े-बड़े बल्लेबाजों को ऐसे किया चित



T20 World Cup 2022 Team India: टी20 वर्ल्ड कप 2022 (T20 World Cup 2022) में टीम इंडिया के एक गेंदबाज ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच रखा है. ये खिलाड़ी 23 साल की उम्र में बड़े-बड़े बल्लेबाजों पर भारी पड़ रहा है. इस खिलाड़ी ने अपनी घातक गेंदबाजी पर बड़ा बयान दिया है. ये खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने वाला गेंदबाज भी है. 
23 साल के इस खिलाड़ी ने मचाया कहर
टी20 वर्ल्ड कप 2022 में 23 साल के भारतीय तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) अभी तक काफी सफल रहे है. अर्शदीप सिंह ने टी20 वर्ल्ड कप में अपने अच्छे प्रदर्शन का श्रेय ऑस्ट्रेलिया की कठोर और उछाल भरी पिचों पर गेंदबाजी लाइन में निरंतरता रखने को दिया है. अर्शदीप ने मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप में चार मैच में नौ विकेट चटकाए हैं जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ 32 रन पर तीन विकेट उनका बेस्ट प्रदर्शन है.
ऐसे बनाया अपने आप को सफल गेंदबाज
अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, ‘मेरा ध्यान हमेशा से प्रदर्शन में निरंतरता पर रहा है. इंटरनेशनल स्तर पर आप काफी ढीली गेंद फेंकने की स्थिति में नहीं होते. मैं नई गेंद या फिर पुरानी गेंद से भी गेंदबाजी करते हुए अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं. मैं जरूरत के हिसाब से विकेट चटकाना चाहता हूं या फिर रन गति पर अंकुश लगाना चाहता हूं.’
इस शख्स को दिया सफलता का क्रेडिट
अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) ने आगे बातचीत में कहा, ‘पारस म्हांब्रे (भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच) ने मेरे साथ गेंदबाजी रन अप पर काम किया. उन्होंने कहा कि अगर मैं सीधा आऊंगा तो मेरी लाइन में अधिक निरंतरता होगी. ऑस्ट्रेलिया की विकेटों पर आप खराब लाइन के साथ गेंदबाजी नहीं कर सकते. इसलिए मैं सीधे आने का प्रयास कर रहा हूं और मुझे नतीजे भी दिख रहे हैं लेकिन उम्मीद करता हूं कि इससे भी बेहतर करूंगा.’
डेथ ओवरों में रहे हैं काफी सफल
अर्शदीप ने अपनी बाउंसर पर निर्भर रहते हुए डेथ ओवरों में कुछ शानदार गेंदबाजी की है. यह पूछने पर कि वह ऑस्ट्रेलिया के हालात में अपनी लेंथ पर क्या काम कर रहे हैं तो उन्होंने कहा, ‘हम लगभग एक हफ्ता पहले पर्थ पहुंचे और अपनी लेंथ पर काम किया क्योंकि सभी की लेंथ अलग अलग होती है. अभ्यास करते हुए हम उछाल को देखते हुए सही लेंथ को पहचानने में सफल रहे. मुझे लगता है कि अच्छी तैयारी के साथ हमने अच्छे नतीजे हासिल किए.
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