शाश्वत सिंह
झांसी. दिवाली के त्योहार में अब बस चंद दिन शेष हैं. रोशनी का यह ऐसा पर्व है जिसके लिए बच्चे से लेकर बड़े तक उत्साहित रहते हैं. बच्चों की बात करें तो, उन्हें दिवाली पर पटाखे फोड़ने का साल भर से इंतज़ार रहता है. लेकिन, इस बार पटाखों और आतिशबाजी से दाम आम लोगों के होश उड़ाने वाले हैं. पिछले वर्ष की तुलना में इस बार पटाखे बहुत ज्यादा महंगे बिक रहे हैं. न सिर्फ खुदरा में, बल्कि होलसेल में भी पटाखे 25 से 30 फीसदी महंगे हो गए हैं. खुदरा बाजार में पटाखों की कीमतों में 30 से 40 फीसदी तक का उछाल आया है. दिवाली पर महंगाई बम फूटने से विक्रेता भी परेशान हैं क्योंकि लोग पटाखे खरीदने कम आ रहे हैं.
कच्चा माल हुआ महंगाझांसी में पटाखों के थोक विक्रेता सजल जैन ने बताया कि कोरोना काल के बाद से हर चीज महंगी हो गई है. कच्चा माल महंगा हो गया है, लेकिन इसके साथ ही ट्रांसपोर्टेशन और पैकेजिंग पर आने वाली लागत भी बढ़ गई है. इन सब का असर पटाखों की कीमतों पर पड़ा है.
दक्षिण भारत के शिवकासी शहर में पटाखों का सबसे बड़ा काम होता है. वहां पटाखे की फैक्ट्री चलाने वाले लोग भी महंगाई से परेशान हैं. इस साल हर पटाखे का दाम 150 से 200 रूपये बढ़ गया है.
खुदरा बाजार में भी महंगाईखुदरा बाजार में पटाखा खरीदने आने वाले लोगों के लिए यह महंगाई और बढ़ने जा रही है. झांसी में पटाखा बाजार की बोली 1.67 लाख रुपए प्रतिदिन के हिसाब से लगी है. पटाखा बेचने वाले कन्हैया ने बताया कि इतने महंगे दाम पर जिन लोगों ने बाजार का ठेका उठाया है, वो दुकान भी महंगे दाम पर देंगे. इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा. इस बार शहर में पटाखों के शोर से ज्यादा उनके दाम की चर्चा होना स्वाभाविक है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Diwali festival, Firecrackers, Green Crackers, Jhansi news, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : October 18, 2022, 20:59 IST
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