Health

Brain Food: follow these ayurvedic remedies to strengthen memory sscmp | Brain Food: याददाश्त मजबूत करने के 5 आयुर्वेदिक उपचार, ब्रेन भी रहेगा हेल्दी



Ayurvedic remedies for healthy brain: क्या आपको एक महत्वपूर्ण परीक्षा की तैयारी करनी है लेकिन याद रखने में परेशानी होने का डर है? या आप एक वयस्क हैं जो समय-समय पर चीजों को भूल जाते हैं- चाहे कोई महत्वपूर्ण तारीख हो, या अपना फोन कहीं रखकर भूल जाना. ये कोई बड़ी समस्या नहीं होती और किसी के साथ भी हो सकती है. हालांकि, यदि आपके भूलने की बीमारी या याद करने की क्षमता कम है, तो आप डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं. आयुर्वेद में दिमाग से जुड़ी समस्याओं में सुधार करने के कई उपाय हैं. अधिक केंद्रित, एकाग्र और आत्मविश्वासी बनने के लिए इन आयुर्वेदिक टिप्स और ट्रिक्स को आजमाएं.
ब्रेन फूड्सजैसे आपके शरीर को पोषण की आवश्यकता होती है, वैसे ही मस्तिष्क (brain) को स्वस्थ रखने और ठीक से काम करने के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की जरूरत होती है. बहुत सारे प्राकृतिक ब्रेन फूड्स हैं, जिन्हें आपको आज से ही अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए जैसे- घी, जैतून का तेल, अखरोट, भीगे हुए बादाम, किशमिश, खजूर और ताजे फल. अन्य फूड जो जो आपके ब्रेन की हेल्थ के लिए बहुत अच्छे हैं, उनमें दाल, बीन्स और पनीर शामिल हैं. आयुर्वेद के अनुसार जीरा हमारे मस्तिष्क के चैनल को खोलता है और काली मिर्च हमारे दिमाग की प्रसंस्करण अग्नि को बढ़ाती है, जिसे मेध्य अग्नि कहते हैं.
जड़ी बूटियांआयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां इंसान के दिमाग में तीनों सीखने की क्षमताओं (धी, धृति और स्मृति) का समर्थन और सुधार करती हैं. इनमें से कुछ विशेष जड़ी-बूटियां जैसे गोटू कोला, अश्वगंधा और बकोपा मेमोरी बूस्टर के रूप में काम करती हैं.
हर्बल चायजब आपके शरीर में कामों को ठीक से करने के लिए पर्याप्त पानी नहीं होता है, तो आप कमजोर और अस्थिर महसूस कर सकते हैं. डिहाइड्रेटेड ब्रेन की यही स्थिति होती है. आयुर्वेदिक विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि विशेष हर्बल चाय पीने से हमारे मस्तिष्क को हाइड्रेट किया जा सकता है और हमारी मानसिक शक्ति व याददाश्त को बढ़ाया जा सकता है. हर्बल चाय की इन विशेष सामग्रियों में से कुछ में हींग, हल्दी, अजवाइन और तुलसी शामिल हैं.
अच्छी नींदनींद की कमी मस्तिष्क के कामों में बाधा डाल सकती है, जो आपकी याददाश्त और सोचने के शक्ति को खराब कर सकती है. इसलिए जरूरी है कि हर रात पर्याप्त नींद ली जाए. हर दिन एक ही समय पर सोने और सुबह उठने की कोशिश करें. नींद न आने की स्थिति में, आयुर्वेदिक जड़ी बूटी बकोपा आपके मस्तिष्क को शांत करने और नींद को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है.
Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.



Source link

You Missed

नक्सली हथियार छोड़ने को तैयार! डिप्‍टी CM बोले- लेटर की सत्‍यता की जांच जरूरी
Uttar PradeshSep 17, 2025

महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट की छत से पानी टपकने लगा, दो साल पुराना निर्माण गुणवत्ता पर उठे सवाल।

अयोध्या में महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट की छत से पानी टपकने लगा है। यह बातें सोशल मीडिया पर…

Scroll to Top