रिपोर्ट- विशाल झा
गाजियाबाद. कोरोना काल के समय फ्रंटलाइन वर्कर की भूमिका में काम करने वाले सफाई कर्मचारी हमेशा अपनी जान जोखिम में डालकर शहर को साफ रखने का काम करते हैं. कई बार ऐसी घटनाएं देखने को मिलती हैं जब सीवर की सफाई या फिर मैनहोल में दम घुटने के कारण सफाई कर्मी की जान चली जाती है. कई बार इसकी वजह लापरवाही तो कई बार इसके पीछे का कारण सुरक्षा किट की कमी भी होती है.
गाजियाबाद नगर निगम मुख्यालय के सभागार में सफाई कर्मचारियों की कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें सफाईकर्मियों को मैनहोल अथवा सीवर में काम करने वक्त की सावधानियों के बारे में जागरूक किया गया. इसके साथ ही सफाई कर्मचारियों की ओर इक्विपमेंट का अत्याधिक इस्तेमाल करने की हिदायत भी दी गई, जिन सफाई कर्मचारियों ने उत्कृष्ट कार्य किया उनको प्रोत्साहन के लिए सर्टिफिकेट भी दिए गए.
जानिए ट्रेनिंग में क्या रहा खास?कार्यक्रम को संचालन कर रही अलका अवस्थी ने News 18 Local को बताया कि कर्मचारियों को मुश्किल के वक्त सबसे पहले क्या करें इसकी ट्रेनिंग दी गई. वक्त रहते कैसे कर्मचारी खुद को मैनहोल या सीवर से बाहर निकाले इसके लिए आज एक सेशन रखा गया. वहीं, एक सफाई कर्मी ने जानकारी देते हुए बताया कि शुरुआत में काफी ज्यादा डर लगता था. कई बार मैनहोल में गैस पाई जाती है. यह गैस सेहत के लिए बहुत खराब होती है और इंसान को बेहोश कर देती है. अगर हम इस गैस में ज्यादा देर काम करेंगे तो दम घुटने जैसी समस्याएं होने लगती हैं. इस कारण से ही अब हम जब भी सीवर या मैनहोल में उतरते हैं तो सबसे पहले अपने सिक्योरिटी इंचार्ज को सूचित करते हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Cleanliness Drive, Ghaziabad District Administration, Ghaziabad News, Sewer WorkerFIRST PUBLISHED : September 19, 2022, 10:17 IST
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