पाचन संबंधी समस्याएं हम में से किसी के लिए कोई नई बात नहीं हैं. हम सभी जानते हैं कि मौसम, लाइफस्टाइल आदि में एक साधारण बदलाव से पाचन तंत्र प्रभावित होता है. लेकिन तीन सबसे आम पाचन समस्याएं क्या हैं जिनका हम अक्सर सामना करते हैं? अपच से एसिडिटी, पेट में सूजन और फिर कब्ज हो सकता है. ये तीनों आपकी डेली एक्टिविटी में बाधा डाल सकते हैं. हालांकि, हमारे पास आपके लिए समाधान है. आइए जानते हैं क्या
1. गर्म पानी से करें दिन की शुरुआतअपने दिन की शुरुआत एक गिलास गर्म पानी से करना चाहिए. यह न केवल शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है बल्कि बॉडी से टॉक्सिन्स को भी बाहर निकालता है. सुबह सबसे पहले एक गिलास पानी शरीर में अतिरिक्त फैट को कम करने में भी मदद करता है. इन सबके अलावा एक गिलास गर्म पानी पाचन संबंधी समस्याओं को दूर रखने में मददगार साबित होता है. यदि आप कब्ज, एसिडिटी या पेट में सूजन जैसी पाचन संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं, तो राहत के लिए रोजाना सुबह एक गिलास गर्म पानी पीएं.
2. सही खाना खाएंयदि आप पाचन संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं तो अपने पेट के लिए सही भोजन करना बहुत जरूरी है। मसालेदार और तले हुए जंक फूड पेट के लिए खराब हो सकते हैं और संबंधी समस्याओं के विकास की संभावनाओं को बढ़ा सकते हैं. रिफाइंड कार्ब्स, सैचुरेटेड फैट और फूड एडिटिव से भरपूर खाद्य पदार्थों से दूर रहें. अपनी डाइट में हरी सब्जियों, उबले हुए फूड और कम मसालेदार चीजें शामिल करें, जो आपके पाचन तंत्र को शांत कर सकते हैं और एसिडिटी, पेट में सूजन और कब्ज से छुटकारा पाने में मदद कर सकते हैं.
3. अदरक, पुदीने और सौंफसुबह खाली पेट एक गिलास पानी में अदरक, पुदीने के पत्ते और सौंफ के बीज डालकर पी जाएं. इससे पाचन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं. यदि आप किसी भी बीमारी से पीड़ित हैं, तो इसे पीने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
4. इलायची और लौंगएसिडिटी, पेट में सूजन और कब्ज से लड़ने के लिए एक और बढ़िया सामग्री है इलायची और लौंग. अपनी डाइट में इलायची और लौंग को शामिल करें. अगर आप एसिड रिफ्लक्स से पीड़ित हैं, तो इसका रोजाना सेवन करने से एसिडिटी को कम करने में मदद मिल सकती है.
5. सुप्त बद्धकोणासन करेंखाने और पीने के अलावा, शरीर को अपच से सुरक्षित रखने के लिए सही व्यायाम या योग मुद्रा का अभ्यास करना जरूरी है. पाचन समस्याओं से निपटने के लिए सबसे अच्छा योग सुप्त बद्धकोणासन है, जिसे रिक्लाइनिंग बाउंड एंगल पोज के रूप में भी जाना जाता है. इसको करने से शरीर को विस्तार मिलता है, जो आपके धड़ और श्रोणि में जगह बनाती है, ब्लड फ्लो को बढ़ाती है और आपके पाचन अंगों को उत्तेजित करती है.
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