रिपोर्ट :अखंड प्रताप सिंह
कानपुर. अगस्त महीने में आपने चंदौली जिले की तस्वीर देखी होगी,जिसमें एक शिक्षक का तबादला दूसरी जगह हो जाने पर उसकी विदाई पर स्कूल के बच्चे फूट-फूट कर रो रहे थे. देशभर में यह तस्वीर वायरल हुई थी और हर कोई इस शिक्षक की तारीफ कर रहा था कि उसने बच्चों के साथ एक ऐसा रिश्ता बनाया कि बच्चे उसको जाने नहीं दे रहे थे. News 18 Local ने शिक्षक शिवेंद्र सिंह बघेल से विशेष बातचीत की और जाना कि आखिर बच्चों को उनसे इतना लगाव क्यों हुआ था. उन्होंने बताया कि वह चंदौली जिले में अपनी पहली पोस्टिंग के दौरान पहुंचे थे. इस दौरान मैंने बच्चों के साथ एक बच्चे की तरह रह कर उनको पढ़ाया, जो सरकारी स्कूलों की छवि थी उसको बदलने की कोशिश की. इसके अलावा उन्हें खेल-खेल में पढ़ाने की कोशिश की. यही नहीं बच्चों से एक दोस्त के तरीके बातें की. इस वजह से उनका बच्चों के साथ खास लगाव हो गया था.
साथ ही शिक्षक शिवेंद्र ने बताया कि बच्चे खुद घर से स्कूल आकर अपने घर की बातें उनको बताते थे. वहीं, जब उनका तबादला चंदौली जिले से हरदोई हुआ तो बच्चे फूट-फूट कर रोने लगे. उनको भी लगा था कि वह बिन बच्चों के नहीं रह पाएंगे, लेकिन फिर उन्होंने ऐसा सोचा कि यह उनकी नौकरी है और उन्हें हर बार इस तरीके की परिस्थितियों से गुजरना पड़ेगा.
बदल रही है सरकारी विद्यालयों की तस्वीरशिवेंद्र ने बताया कि अब सरकारी विद्यालयों की तस्वीर बदल रही है. इतना ही नहीं सरकारी स्कूलों में बच्चों को प्राइवेट की तुलना में अच्छी शिक्षा दी जा रही है. बच्चों को क्रिएटिव तरीके से पढ़ाया जा रहा है. यही वजह है कि अब एक बार फिर से सरकारी विद्यालयों में बच्चों की तादाद में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है. योगी सरकार लगातार सरकारी विद्यालयों को सारी सुविधाएं मुहैया करा रही है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Kanpur news, Teacher’s Day 2021FIRST PUBLISHED : September 05, 2022, 15:20 IST
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