रिपोर्ट:अभिषेक जायसवाल
वाराणसी. महादेव की नगरी काशी में गंगा गुस्से में नजर आ रही है. गंगा (Ganga) का विकराल रूप अब लोगों को डराने लगा है. हाल ये है कि उफनती गंगा के जलस्तर के कारण अब तटवर्ती इलाके के कई गांव की फसलें जलमग्न हो गई हैं. इसके अलावा अस्सी घाट (Assi Ghat) पर होने वाली मां गंगा की आरती (Ganga Aarti) भी घाटों पर नहीं बल्कि गलियों में की जा रही है.
यही नहीं, नित्य संध्या होने वाली इस गंगा आरती के आयोजक सिर्फ सांकेतिक रूप कर रहे हैं. साथ ही भक्तों को भी इससे दूर रखा जा रहा है. जय मां गंगा सेवा समिति से जुड़े आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि बाढ़ के कारण आरती के स्वरूप को छोटा किया गया है और बार-बार इसका स्थान भी बदला जा रहा है.
कई बीघा फसल बर्बादइन सब से इतर गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी के बाद रमना, टिकरी गांव में गंगा तट से सटे खेतों में गंगा का पानी प्रवेश कर गया है. इसके कारण वहां के किसानों के सैकड़ों बीघा फसल नष्ट हो गई है. रमना गांव के किसान श्याम पटेल ने बताया कि उनके 15 बिस्सा के बैंगन और इतने ही बिस्से में सेम की खेती बाढ़ के कारण पूरी तरह नष्ट हो चुकी है.
बाढ़ राहत शिविर शुरूउनके ही जैसे कई किसान हैं जिनकी फसलें बीते दो दिनों में बर्बाद हुई हैं. गंगा के अलावा वरुणा से सटे आधा दर्जन इलाकों में भी बाढ़ का पानी अब लोगों के घरों तक जा पहुंचा है. बताते चले कि गंगा के रौद्र रूप को देखते हुए वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बाढ़ राहत शिविर को भी शुरू कर दिया है.वाराणसी में गंगा का जलस्तर 69.71 मीटर तक पहुंच गया है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Flood alert, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : August 22, 2022, 14:10 IST
Source link
Genetic researchers probe nuclear genome to explain exceptionally high TB burden among MP’s Sahariyas
BHOPAL: Genetic science researchers from across the country have turned their focus to genomic factors that may underlie…

