Team India: शिखर धवन भारत के ऐसे बल्लेबाजों में शामिल हैं, जिनका बड़े टूर्नामेंट्स में बेहद शानदार रिकॉर्ड रहा है. हालांकि टी20 फॉर्मेट में शिखर धवन को सेलेक्टर्स ज्यादा मौके नहीं देते. शिखर धवन को 27 अगस्त से शुरू हो रहे एशिया कप की टीम में नहीं चुना गया, जिसके बाद पहली बार गब्बर का रिएक्शन सामने आया है.
एशिया कप से कट गया धवन का पत्ता
सेलेक्टर्स ने एशिया कप में शिखर धवन को मौका नहीं देकर केएल राहुल जैसे बल्लेबाजों पर भरोसा दिखाया है. शिखर धवन ने कहा, ‘मैं जब तक भारत के लिए खेलूंगा, टीम के लिए उपयोगी रहूंगा. मैं टीम पर बोझ बनाना पसंद नहीं करूंगा.’ धवन ने साल 2020 की शुरुआत से वेस्टइंडीज दौरे तक भारत के लिए 22 वनडे मैचों में 10 अर्धशतक की मदद से 975 रन बनाए और भारतीय खिलाड़ियों में यह आंकड़ा सबसे ज्यादा है.
शिखर धवन ने निकाली दिल की भड़ास
शिखर धवन से जब इन आंकड़ों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं शांत और परिपक्व व्यक्ति हूं. यह प्रदर्शन मेरे अनुभव को दर्शाता है.’ शिखर धवन ने कहा, ‘खेल को लेकर मेरी समझ काफी मजबूत है और मैंने अपनी तकनीक में सुधार के लिए काफी मेहनत की है. एक प्रारूप को समझना भी बहुत महत्वपूर्ण है. मैं वनडे फॉर्मेट की जरूरतों को समझता हूं और इससे मुझे बहुत मदद मिली है.’
धवन ने बताया अपना दर्द
पूरी दुनिया में जब टी20 फॉर्मेट की लोकप्रियता काफी बढ़ गई है और वनडे सीरीज के आयोजन में कमी आई है. ऐसे में सिर्फ एक फॉर्मेट में खेलने के बारे में पूछे जाने पर धवन ने कहा, ‘मुझे इस बात को लेकर कभी निराशा नहीं हुई. मैं इन चीजों के बारे में सोचना पसंद नहीं करता हूं कि मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सिर्फ एक प्रारूप में खेल रहा हूं.’
तीन महीने में खेलने का मौका मिलता
शिखर धवन ने कहा, ‘मैं इसे इस तरह से देखता हूं कि मुझे दो या तीन महीने में खेलने का मौका मिलता है और इससे मुझे तरोताजा रहने में मदद मिलती है.’ धवन के लिए यह महत्वपूर्ण है कि जो नहीं है उस पर निराशा जताने की जगह उसे महत्व दें, जो उनके पास है.
मैं उसी में खुश रहता हूं
शिखर धवन ने कहा, ‘मुझे जो मिलता है , मैं उसी में खुश रहता हूं. भारत के लिए अगर मैं एक प्रारूप में खेल रहा हूं तो मेरी कोशिश यह होती है कि मैं अपना सब कुछ उसी प्रारूप में दूं. मैं सकारात्मक सोच वाला इंसान हूं. आपको मेरे अंदर कोई नकारात्मकता नहीं मिलेगी.’
फिटनेस और बेहतर होती जा रही
धवन ने कहा कि उम्र के साथ उनकी फिटनेस और बेहतर होती जा रही है. उन्होंने कहा, ‘मैं 36 साल का हूं और पहले से काफी अधिक फिट हूं. मेरा कौशल भी अच्छा हुआ है. मैंने जिम, योग, दौड़ के साथ शारीरिक कसरत कर खुद को बेहतर बनाया है.’
जिम्बाब्वे दौरे पर भारतीय टीम की अगुवाई करेंगे
भारत के लिए 155 वनडे में 6500 के आसपास रन बनाने वाले धवन अब जिम्बाब्वे दौरे पर भारतीय टीम की अगुवाई करेंगे. टीम के नेतृत्व के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘कप्तान के तौर पर मैं अपने गेंदबाजों पर विश्वास करता हूं और पहले उनकी योजनाओं को ही अपनाता हूं. शीर्ष स्तर पर हर कोई पेशेवर होता है और सब को अपनी जिम्मेदारी का अंदाजा होता है.’ उन्होंने कहा, ‘अगर गेंदबाजों की योजना काम नहीं करती तो जाहिर है हमारे पास दूसरी योजना होती है.’
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