Uttar Pradesh

एंबुलेंस को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिए प्लान तैयार, UP के कई शहरों जल्द लागू होगी व्यवस्था



हाइलाइट्सटेक्नोलॉजी की मदद से एम्बुलेंस को मिलेगी ट्रैफिक से निजातसरकार ने तैयार किया पूरा मसौदालखनऊ: उत्तर प्रदेश में ट्रैफिक एक बड़ी समस्या के रूप में है. राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के अलग अलग जगहों में ट्रैफिक के कारण लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जिसकी वजह से पूर्व में कई दुर्भाग्यपूर्ण स्थितियां भी सामने आई हैं. ट्रैफिक क्लियर न होने के कारण एंबुलेंस भी जाम में फंस जाती है, जिससे मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है. कई बार ट्रैफिक क्लियर न होने के कारण मरीजों को अस्पताल पहुंचने में भी देरी हो जाती है और मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देता है. इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए सरकार इसका समुचित समाधान करने की तैयारी कर रही है
राज्य सरकार, प्रदेश के मरीजों को कम समय में अस्पताल पहुंचाने के लिए नई रणनीति बना रही है. इसके तहत चौराहे के आसपास एंबुलेंस के पहुंचते ही स्वत: ग्रीन कॉरिडोर बन जाएगा. यह संभव होगा एंबुलेंस में लगे जीपीएस और ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम के समन्वय से. इसका मसौदा तैयार कर लिया गया है और जल्द ही गोरखपुर, लखनऊ, कानपुर सहित प्रदेश के प्रमुख शहरों में इसे लागू करने की तैयारी की जा रही है.
यह रणनीति बनाई गईप्रदेश में मरीजों को किसी भी तरह की समस्याओं का सामना न करना पड़े और वो सही समय पर अस्पताल पहुंच सकें इसके लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. मौजूदा समय में प्रदेश में 108 एंबुलेंस सेवा का रिस्पॉस टाइम 15 मिनट है, तो वहीं 102 एम्बुलेंस सेवा का रिस्पॉन्स टाइम शहरी इलाके में 20 मिनट और ग्रामीण इलाके में 30 मिनट है. लेकिन विभिन्न चौराहों पर लगने वाले जाम की वजह से एंबुलेंस के पहुंचने में दोगुने से अधिक समय लग जाता है. शहरी इलाकों में तो जाम केकारण कई बार एंबुलेंस घंटे भर में पहुंच पाती है. जबकि शासन की ओर से पहले से निर्धारित रिस्पॉस टाइम को और कम करने के निर्देश दिए गए हैं.
यही वजह है कि रिस्पॉस टाइम कम करने की रणनीति भी बनाई गई है. इसमें ग्रीन कॉरिडोर के समय को नजीर के तौर पर पेश किया गया. ग्रीन कॉरिडोर की मदद से घटनास्थल से अस्पताल पहुंचने का समय आधे से भी कम हो जाता है. ऐसे में ट्रैफिक सिग्नल को एंबुलेंस से जोड़कर संचालन करने की रणनीति भी बनाई गई है. पहले चरण में यह व्यवस्था गोरखपुर, लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, आगरा, प्रयागराज, बरेली, मेरठ, मुरादाबाद, मथुरा, मेरठ, झांसी में लागू की जाएगी. इसके बाद अन्य शहरों को भी इसमें शामिल किया जाएगा.
ऐसे करेगा कामगौरतलब है कि चौराहों पर एंबुलेंस के पहुंचने पर ट्रैफिक पुलिस रास्ता देने का प्रयास करती है. दूसरी तरफ के ट्रैफिक को रोक कर एंबुलेंस को पास किया जाता है. लेकिन भीड़ अधिक होने की वजह से कई बार चौराहों पर लम्बी लाइन लग जाती है. ऐसे में एंबुलेंस दूर से नहीं दिखाई देती और काफी दूर होने की वजह से वक्त अधिक लग जाता है. नई व्यवस्था पूरी तरह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के तहत कार्य करेगी. इसमें एंबुलेंस में लगे जीपीएस को ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम पहले से ही खुद से जोड़़ लेगा.
यह सिस्टम स्वत: संज्ञान लेते हुए ग्रीन कॉरिडोर बना देगा. ऐसे में एंबुलेंस के चौराहे पर पहुंचते ही संबंधित दिशा का सिग्नल ग्रीन हो जाएगा. वह अगले चौराहे पर कितनी देर में पहुंचेगी, यह भी ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम को दिखता रहेगा. उसी हिसाब से अगला सिग्नल भी ग्रीन हो जाएगा. यदि एक चौराहे पर दो दिशा से एंबुलेंस पहुंचती हैं तो जिधर की एंबुलेंस पहले आएगी, उसे ग्रीन सिग्नल मिलेगा और फिर दूसरे दिशा वाले को ग्रीन सिग्नल मिलेगा. इसके बाद फिर अन्य दिशा को ग्रीन किया जाएगा.
सरकार देती है निशुल्क एंबुलेंस सेवाआपको बता दें कि राज्य सरकार की तरफ से निशुल्क एंबुलेंस सेवा दी जाती है. वर्तमान में प्रदेश में 108 एम्बुलेंस कुल 2200 और 102 एम्बुलेंस कुल 2270 हैं. दुर्घटना होने, तथा किसी भी तरह की आकस्मिक चिकित्सा के लिए 108 एंबुलेंस सेवा निशुल्क उपलब्ध है. जबकि गर्भवती महिलाओं एवं दो साल तक के बच्चे के लिए 102 एंबुलेंस ,अस्पताल पहुंचाने और घर तक छोड़ने के लिए मौजूद रहती है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: 108 ambulance, Ambulance, CM Yogi, CM Yogi Aditya Nath, Lucknow news, Traffic Department, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : August 07, 2022, 18:35 IST



Source link

You Missed

नक्सली हथियार छोड़ने को तैयार! डिप्‍टी CM बोले- लेटर की सत्‍यता की जांच जरूरी
Uttar PradeshSep 17, 2025

महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट की छत से पानी टपकने लगा, दो साल पुराना निर्माण गुणवत्ता पर उठे सवाल।

अयोध्या में महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट की छत से पानी टपकने लगा है। यह बातें सोशल मीडिया पर…

Maharashtra Government Approves Policy to Boost Digital Content Sector
Top StoriesSep 17, 2025

महाराष्ट्र सरकार ने डिजिटल कंटेंट क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए नीति को मंजूरी दी

महाराष्ट्र को डिजिटल कंटेंट और इमर्सिव टेक्नोलॉजी का ग्लोबल हब बनाने के लिए राज्य सरकार ने मंगलवार को…

authorimg
Uttar PradeshSep 17, 2025

पति खोया, सहारा टूटा… लेकिन नहीं मानी हार, अपने हौसले से रची नई जिंदगी, गांव की हर महिला के लिए प्रियंका बनीं प्रेरणा

उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में एक महिला की कहानी है जिसने हार नहीं मानी और समाज के…

Lanka Dinakar Reviews Tourism Potential in West Prakasam District
Top StoriesSep 17, 2025

लंका दिनकर ने पश्चिम प्रकासम जिले के पर्यटन संभावनाओं की समीक्षा की

नेल्लोर: ट्वेंटी पॉइंट प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन कमिटी के चेयरमैन लंका दिनकर ने मंगलवार को पश्चिम प्रकाशम जिले के पर्यटन…

Scroll to Top