Uttar Pradesh

Agra News: आगरा के इस कैफे में सिर्फ इशारों में लिया जाता है खाने का ऑर्डर, जानें क्‍या है वजह?



रिपोर्ट:हरीकांत शर्मा
आगरा. भाषा एक महत्वपूर्ण साधन है जिसके द्वारा हम अपने विचारों को व्यक्त कर सकते हैं, लेकिन कई बार इशारों की अपनी भाषा भी बिना बोले दिल की बात कह जाती है. यह हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आगरा का एक इकलौता ऐसा कैफे है, जहां पर काम करने वाले सभी स्टाफ बोल और सुन नहीं सकते. यहां आने वाले ग्राहकों को इशारों में ही अपने ऑर्डर देने होते हैं.
आगरा के फतेहाबाद रोड पर बीएम कैफे (Bread n Mime Cafe) है, जिसमें खाना सर्व करने वाला स्टाफ बोल और सुन नहीं सकता. ये इंडियन साइन लिपि में बात करते हैं और इस आइडिया के पीछे तानिष वशिष्ट का दिमाग है. उन्‍होंने चेन्नई के एक कॉलेज से बीटेक किया है. वह पेशे से इंजीनियर हैं. कुछ दिनों तक उन्होंने मुंबई में काम किया. शुरू से ही उन्हें कैफे खोलने का मन था. इसके लिए उन्होंने कुछ समय के लिए एक कैफे में काम किया. एक दिन उस कैफे में ऐसे लोग काम मांगने के लिए आये जो बोल और सुन नहीं सकते थे. उन्हें वहां काम नहीं दिया गया. बस उसी घटना से उनको प्रेरणा मिली.
यूट्यूब और इंटरनेट से सीखी साइन लैंग्वेजतानिष विशिष्ट बताते हैं कि उन्हें शुरुआत में थोड़ी बहुत दिक्कत हुई,क्योंकि उन्हें साइन लैंग्वेज नहीं आती थी. फिर उन्होंने यूट्यूब और इंटरनेट के माध्यम से इंडियन साइन लैंग्वेज सीखी. उसके बाद ज्यादातर भाषा स्टाफ ने सिखा दी और फिर चीजें आसान होती गयीं. यहां आने वाले कस्टमर को भी कोई दिक्कत नहीं होती क्योंकि उन्होंने अपना सिस्टम इस तरह से डिजाइन किया है.
इस तरह काम करता है कैफे का सिस्टमकैफे में आने वाले लोगों को नहीं पता होता है कि स्टाफ बोल और सुन नहीं सकता. ऐसे में एक प्रक्रिया के तहत कस्टमर को खाना सर्व किया जाता है. सबसे पहले कस्टमर टेबल पर आकर बैठता है और एक स्विच ऑन करता है. स्विच ऑन करते ही रिसेप्शन पर एक बल्ब जलता है. जैसे ही बल्ब जलता है तो पता चल जाता है कि कोई नया कस्टमर टेबल पर आया है. कस्टमर के आगे मेनू कार्ड होता है. उस मैन्यू के आधार पर एक पेपर पर लिख कर आप अपना ऑर्डर दे सकते हैं. इसके साथ ही बहुत सारे इंग्लिश में साइन भी लिखे हुए हैं जिन्हें आप दिखाकर कुछ भी मंगवा सकते हैं.
अपने काम के प्रति हैं बेहद सजगये लोग भले ही बचपन से बोल और सुन नहीं सकते हैं, लेकिन अपने काम के प्रति पूरी तरह से सजग रहते हैं. वर्तमान में पीयूष ,समा, मंजूर इस कैफे में काम करते हैं. तानिष बताते हैं कि ये लोग भले बोल और सुन नही सकते, लेकिन एक नॉर्मल आदमी से भी अच्छा काम करते हैं. कैफे में आने वाले लोग भी उनकी तारीफ करते है. कस्टमर का मानना है कि स्टाफ से मिलने के बाद उन्हें बेहद अच्छा महसूस होता है.
ऐसे तमाम लोगों को मिलना चाहिए कामदुनिया में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो बचपन से किसी वजह से बोल और सुन नहीं सकते हैं. ऐसे ज्यादातर लोगों को कोई काम नहीं देता है. तानिष का मानना है कि लोगों को आगे आना चाहिए और ऐसे लोगों को भी अपने यहां काम देना चाहिए. जिसकी वजह से इनका भी परिवार चल सके. भविष्य में वे अपनी दूसरी ब्रांच खोलने जा रहे हैं और इन ब्रांच पर भी ऐसा ही स्टाफ रखेंगे.
क्या-क्या मिलता है ?वैसे तो बहुत सारे आइटम और फास्ट फूड कैफे पर उपलब्ध हैं, लेकिन इनमें से कुछ खास है.पाव भाजी ₹125चीजी ऑमलेट ₹125उपमा ₹110चॉकलेट बम ₹299कॉफी ₹125 (स्पेशल)
अगर आपको बर्थडे पार्टी के लिए कैफे बुक करना है तो 7 से 8 लोगों की संख्या पर फ्लोर चार्ज 1000 रुपये के अलावा 300 रुपये प्रति पर्सन के हिसाब से चार्ज करने होंगे. वहीं, आप मोबाइल नंबर 7338799121 पर संपर्क कर सकते हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Agra news, Food business, Street FoodFIRST PUBLISHED : August 05, 2022, 18:06 IST



Source link

You Missed

Seven Maoist cadres, including four women, surrender in Chhattisgarh under state rehab policy
Top StoriesNov 8, 2025

छत्तीसगढ़ में राज्य पुनर्वास नीति के तहत सात माओवादी कार्यकर्ताओं में से चार महिलाओं के साथ आत्मसमर्पण कर दिया गया है।

रायपुर: पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के उदंती क्षेत्रीय समिति के एक सक्रिय…

Maharashtra minister bought Rs 200-crore land for Rs 3 crore, claims Wadettiwar
Top StoriesNov 8, 2025

महाराष्ट्र के मंत्री ने 200 करोड़ रुपये की जमीन को 3 करोड़ रुपये में खरीदा, दावा वडेट्टीवार ने

महाराष्ट्र के मंत्री प्रताप सरनाईक पर कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने शनिवार को आरोप लगाया कि उन्होंने मीरा…

authorimg
Uttar PradeshNov 8, 2025

चित्रकूट समाचार: क्या सच में कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा करने से पूरी हो जाती है मनोकामना? जानिए यहां का रहस्य

चित्रकूट: कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा करने से पूरी हो जाती है मनोकामना? चित्रकूट अपने पौराणिक इतिहास और आध्यात्मिक…

Scroll to Top