मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में वन विभाग ने बंदरों से निपटने के लिए अनोखा प्लान बनाया है. अब साउंड सिस्टम से लंगूर की आवाज निकाली जाएगी और ये चेक किया जाएगा कि क्या लंगूर की आवाज से बंदर भागते हैं या डरते हैं कि नहीं. जिला वन अधिकारी राजेश कुमार का कहना है कि इसे लेकर प्रयोग किया जा रहा कि क्या लंगूर की आवाज़ से बंदर भागता है या नहीं. अलग-अलग जगह लंगूर के कटआउट्स लगाकर प्रयोग कर चुका वन विभाग अब इस कटआउट में साउंड सिस्टम से जान डालने की कोशिश कर रहा है ताकि लंगूर की पिक्चर के साथ उसकी आवाज आए तो हो सकता है कि बंदर भाग जाए.
जिला वन अधिकारी राजेश कुमार लोगों से अपील करते नज़र आ रहे हैं कि लोग भी बंदरों के साथ अपने बेहियवर को बदलें. वो कहते हैं कि बंदर सिर्फ मॉकचार्ज करता है, उससे डरे नहीं. बल्कि उसके साथ सहजता से व्यवहार करें. डीएफओ राजेश कुमार का कहना है कि सहज व्यवहार कर अनावश्यक एक्सीडेंट से बचा जा सकता है. गौरतलब है कि मेरठ के कई इलाकों में बंदरों की पूरी टोली आती है. बंदरों से डर कर कई बार लोग हादसे का भी शिकार हो चुके हैं.
मेरठ के कई इलाकों में बंदरों का ख़ौफ इस कदर है कि लोगों का घर से निकलना दूभर हो गया है. कभी-कभी बंदर जानलेवा भी साबित हो जाते हैं. महत्वपूर्ण है कि नगर निगम और वन विभाग इस समस्या का कोई स्थायी हल नहीं निकाल पा रहा है. कभी बंदर पकड़ने के लिए टीम बुलाई जाती है तो कभी कुछ और.
अब वन विभाग को उम्मीद है कि क्योंकि बंदर, लंगूर से भागता है, इसलिए ये प्रयोग बंदरों को भगाने में कारगर साबित हो सकता है. जिला वन अधिकारी राजेश कुमार का कहना है कि ऑपरेशन लंगूर के तहत अगर बंदरों को भगाने में कामयाबी मिलती है तो इसे कार्ययोजना के रूप में आगे और विस्तार दिया जाएगा. देखने वाली बात होगी कि वन विभाग का ऑपरेशन लंगूर ऑपरेशन मंकी के लिए कितना कामयाब होता है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |FIRST PUBLISHED : July 20, 2022, 09:48 IST
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