Uttar Pradesh

Mathura: गुरु के सम्मान में साधु संतों ने ढोल मंजीरों के साथ धूमधाम से निकाली मुड़िया यात्रा



चंदन सैनीमथुरा: गुरु पूर्णिमा पर गोवर्धन के मुड़िया मेले में साधु संतों ने ढोल मजीरे के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली. साधु संतों ने अपने गुरु श्रीपादसनातन गोस्वामी के डोले के साथ बड़े धूमधाम के साथ मुड़िया शोभायात्रा निकाली गई. मुड़िया पूर्णिमा मेले के समापन पर मुड़िया संत अपने गुरु की याद में शोभायात्रा निकालकर वर्षों पुरानी परंपरा का निर्वहनकर गुरुचरणों का स्मरण किया.
श्री राधा श्याम मंदिर के महंत रामकृष्ण दास महाराज के सानिध्य में ढोल मजीरे के साथ नचाते गाते संकीर्तन करते हुए राधा श्याम मंदिर से शोभायात्रा शुरू हुई. जगह-जगह लोगों ने पुष्पवर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया. वहीं मुड़िया पूर्णिमा पर देश के विभिन्न राज्यों के साथ गांवों से भारी संख्या में आकर श्रद्धालुओं ने गिरिराज की पूजा अर्चना करने के बाद मानसी गंगा में स्नान कर पुण्य लाभ प्राप्त किया.
आषाढ़ पूर्णिमा को ही मुड़िया पूर्णिमा के नाम से जाना जाता हैमुड़िया शोभायात्रा प्रार्थना समाज संत सनातन गोस्वामी के चित्र की भव्य झांकी को बग्गी में विराजमान कर मानसी गंगा की परिक्रमा करते हुए दानघाटी, बड़ा बाजार, डीग अड्डा दरवाजा होकर राधा श्यामसुंदर मंदिर पहुंची. जहां शोभायात्रा का समापन किया गया. धार्मिक मान्यता के अनुसार आषाढ़ पूर्णिमा को ही मुड़िया पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. सनातन गोस्वामी का आविर्भाव 1488 में पश्चिम बंगाल के जिला मालदा के भारद्वाज गोत्रीय यजुर्वेदीय कर्णाट परिवार में हुआ था.
गोवर्धन की सात कोसीय परिक्रमा का पुण्य लाभ लियामुड़िया संतो का कहना है कि प्रति वर्ष को भांति इस वर्ष भी मुड़िया शोभा यात्रा बड़ी धूम धाम से निकली गई है. इस शोभायात्रा में भारत के कोने कोने से लोगआए हैं. यहां आकर साधु संतों ने गोवर्धन की सात कोसीय परिक्रमा कर पुण्य लाभ प्राप्त किया है. आज साधु संतों द्वारा 464 वीं शोभा यात्रा निकालगी गई है. इसी के साथ ही मुड़िया मेले का समापन हो जाता है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |FIRST PUBLISHED : July 14, 2022, 00:58 IST



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