अयोध्या. अयोध्या के साकेत महाविद्यालय में 4 शिक्षकों को चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी ने पानी मांगने पर तेजाब पीला दिया, जिससे एक प्रोफेसर की हालत गंभीर है और उनको इलाज के लिए लखनऊ भेजा गया है. जबकि 3 प्रोफेसर के मुहं में छाले और पेट मे जलन की शिकायत है. घटना 15 जून की है. महाविद्यालय में चल रही परीक्षा के दौरान शिक्षकों ने महाविद्यालय में नियुक्त चपरासी चंद्रप्रकाश से पानी मांगा था और पानी पीने के बाद शिक्षकों को मुंह में जलन होने लगी. जिसके बाद शिक्षकों ने तुरंत पानी उगल दिया.
शिक्षकों के मुताबिक चपरासी द्वारा लाये गए पानी से धुआं उठ रहा था. उन्होंने इसकी शिकायत महाविद्यालय प्रशासन से की. महाविद्यालय प्रशासन ने जांच कमेटी बैठा कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस भी तफ्तीश के लिए महाविद्यालय पहुंच चुकी है. संदिग्ध परिस्थितियों में पानी में मिले केमिकल को लेकर संबंधित चपरासी से पूछताछ की जा रही है. साथ ही महाविद्यालय प्रशासन भी इस पूरी घटना पर टीम गठित कर जांच की बात कह रहा है.
बताते चलें कि साकेत महाविद्यालय में इन दिनों परीक्षाएं चल रही हैं. परीक्षाओं को संपन्न कराने के बाद 4 प्रोफेसर डॉक्टर सुधीर राय, डॉ अशोक राय, डॉ जन्मेजय तिवारी, डॉ मुजफ्फर मेहंदी परीक्षा ड्यूटी कर रहे थे. परीक्षा संपन्न होने के बाद प्रोफेसर ने चपरासी चंद्रप्रकाश से पानी मांगा। रोज की तरह चंद्रप्रकाश ने गिलास में पानी लाकर दिया, लेकिन शिक्षकों ने जैसे ही पानी का घूंट लिया उन्हें इस बात का आभास हो गया कि पानी नहीं है. जिसके बाद आनन-फानन में सभी प्रोफेसर श्री राम अस्पताल पहुंचे जहां से उन्हें दर्शन नगर मेडिकल कॉलेज भेजा गया. मेडिकल कॉलेज में एंडोस्कोपी कराई गई जिसमें सभी शिक्षकों को मुंह में छाले और आहार नाल में बर्निग की बात सामने आई है. लॉ विभाग के प्रोफ़ेसर डॉ अशोक राय की स्थिति ज्यादा खराब हो गई, जिसके बाद उन्हें लखनऊ इलाज के लिए भेजा गया है.
प्रिंसिपल ने घटना को बताया मानवीय भूलसाकेत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अभय सिंह ने बताया कि घटना जांच का विषय है. अध्यापकों ने पानी पीने के साथ शिकायत दर्ज कराई थी. उनको मुंह में तकलीफ हो रही है. चपरासी से पानी मांगा गया और चपरासी ने ही पानी ला कर दिया. बचे हुए पानी को वॉश बेसिन में डाला गया, जिसके बाद वॉश बेसिन में कोई भी प्रतिक्रिया नहीं हुई. पानी पिलाने वाले चपरासी को विभागीय नोटिस दी गई है. हालांकि महाविद्यालय के प्राचार्य अभय सिंह इसको साजिश नहीं मानते. उनका कहना है कि यह मानवीय भूल है. महाविद्यालय के प्राचार्य ने कहा कि एक जांच समिति का गठन किया जा रहा है और जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर ही पुलिस की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी जाएगी.
प्रोफेसर अशोक राय की तबीयत ज्यादा बिगड़ीअंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर जनमेजय तिवारी ने बताया कि हम लोगों ने परीक्षाएं संपन्न कराकर ऑफिस पहुंचे. वहां मौजूद चपरासी से पानी पिलाने के लिए कहा. चपरासी पानी लेकर आया. जैसे ही पानी को मुंह में लिया गया वैसे ही कुछ साल्टी लगने लगा वाश बेसिन में जाकर उगल दिया. कुल्ला करने के साथ ही देखा कि उसमें से धुआं निकल रहा है. जैसे कि एसिड से धुआं निकलता है. हमारे साथ 3 प्रोसेसर और थे जिसमें ला विभाग के डॉ अशोक राय को समस्या ज्यादा हुई. वह वहीं पर गिर गए. थोड़ी देर में 2 और प्रोफेसर जिनको दिक्कत हो रही थी वह दूध पीने के लिए जाने लगे. प्रोफेसरों का कहना था कि एसिड का काट दूध है. जिसके बाद हम भी गये और दूध पिया. प्रोफेसर अशोक राय की तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो हम लोगों ने अगले दिन दर्शन नगर मेडिकल कॉलेज में एंडोस्कोपी करायी. अंग्रेजी विभाग के शिक्षक जन्मेजय तिवारी ने बताया कि मेरे पूरे मुंह में छाले हैं अशोक राय को समस्या ज्यादा हुई थी लेकिन वह भी अब खतरे से बाहर हैं.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Ayodhya latest news, UP latest newsFIRST PUBLISHED :  June 17, 2022, 12:06 IST
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