Uttar Pradesh

गोरखपुर: गीता प्रेस से लेकर रामगढ़ ताल तक, ऐसा रहा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का दिन



राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार गोरखपुर में गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष के उद्घाटन समारोह में कहा, ‘मेरे जैसे सामान्य व्यक्ति की एक अवधारणा रही है कि एक प्रेस होगा, लेकिन आज देखने को मिला कि गीता प्रेस सिर्फ प्रेस नहीं है, साहित्य का एक मंदिर है. सनातन धर्म को बचाये रखने में हमारे मंदिरों, तीर्थ स्थलों का जितना योगदान है, उतना ही योगदान गीता प्रेस से प्रकाशित साहित्य का है.’



Source link

You Missed

What Supreme Court said on stray dogs menace, relocation and public safety
Top StoriesNov 8, 2025

वह उच्चतम न्यायालय क्या कहा है कुत्तों की भीड़बाजी, स्थानांतरण और सार्वजनिक सुरक्षा के बारे में

शीर्ष अदालत ने शुक्रवार को एक श्रृंखला के निर्देश जारी किए हैं जो गैर-जिम्मेदार कुत्तों के मुद्दे का…

Scroll to Top