Sourav Ganguly: बीसीसीआई अध्यक्ष और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने गुरुवार को हजारों शिक्षकों और कंटेंट क्रिएटर्स को बढ़ावा देने के लिए नोएडा स्थित एडटेक स्टार्टअप क्लासप्लस के साथ हाथ मिलाया. इसी के साथ गांगुली ने उन सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है जो उनके ट्वीट के बाद लगाई जा रही थीं. लोग गांगुली के ट्वीट के बाद लगातार अलग-अलग कयास लगा रहे थे.
गांगुली ने की नई शुरुआत
एक दिन पहले ही गांगुली की ओर से किए गए एक सोशल मीडिया पोस्ट के बाद क्रिकेट जगत में हड़कंप मच गया था. दरअसल गांगुली ने पोस्ट करते हुए लिखा था कि वह नई यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं. उनकी इस पोस्ट के बाद लोगों ने अटकलें लगानी शुरू कर दी थी कि क्या वह बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर राजनीति की तरफ रुख करेंगे? हालांकि गांगुली ने अब शिक्षा क्षेत्र से जुड़े स्टार्टअप के साथ जुड़कर ऐसी सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है.
शिक्षकों और कंटेंट क्रिएटर्स को स्टार्टअप से होगा फायदा
गांगुली ने भारतीय क्रिकेट में 30 साल पूरे करने पर इस पहल की घोषणा करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया. 30 सेकंड की क्लिप में, गांगुली को यह कहते हुए सुना जाता है, ‘अपने सपनों को प्राप्त करने की दिशा में पहला कदम सही कोच होना है.’ क्लासप्लस ने 3,000 से अधिक शहरों में एक लाख से अधिक शिक्षकों और कंटेंट क्रिएटर्स को तीन करोड़ छात्रों की सेवा करने, उनकी ऑनलाइन उपस्थिति सुनिश्चित करने और उनके ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को बेचने में सहायता करने का दावा किया है.
दादा ने कर दिया बड़ा खुलासा
क्लासप्लस के सीईओ और सह-संस्थापक मुकुल रुस्तगी ने कहा, ‘दादा (गांगुली) के साथ, हम उम्मीद करते हैं कि इन एडुप्रेन्योर्स को अपनी पहुंच बढ़ाने और अपने कारोबार को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में मदद मिलेगी.’ स्टार्टअप ने हाल ही में अल्फा वेव ग्लोबल और टाइगर ग्लोबल के सह-नेतृत्व वाले सीरीज डी फंडिंग राउंड में सात करोड़ डॉलर हासिल किए हैं और वर्तमान में इसकी वैल्यू 60 करोड़ डॉलर के करीब है.
क्लासप्लस शिक्षकों और कंटेंट क्रिएटर्स को उनके ऑनलाइन कोचिंग व्यवसाय को लॉन्च करने और बढ़ाने में मदद करता है. 2018 में अपनी स्थापना के बाद से, स्टार्टअप ने टाइगर ग्लोबल, एडब्ल्यूआई, आरटीपी ग्लोबल, ब्लूम वेंचर्स, सिकोइया कैपिटल इंडियाज सर्ज, स्पाइरल वेंचर्स, स्ट्राइव, टाइम्स इंटरनेट और अबू धाबी स्थित चिमेरा वेंचर्स जैसे वैश्विक निवेशकों से लगभग 16 करोड़ डॉलर जुटाए हैं. बुधवार को किए गए एक ट्वीट के बाद जो अफवाहें उड़ रही थी, उसे गांगुली ने दूर करते हुए बताया है कि वह एक एजुकेशन स्टार्टअप के साथ जुड़ गए हैं.
लोग लगा रहे थे अलग-अलग कयास
लोगों की ओर से लगाए जा रहे तमाम अनुमानों के बाद गांगुली ने खुद स्पष्ट किया कि यह राजनीति नहीं, बल्कि एक शैक्षिक ऐप है, जो उनका नया वेंचर होगा. हालांकि, उनके ट्विटर संदेश में यह अटकलें लगाने के लिए पर्याप्त सामग्री थी कि वह अपनी क्रिकेट की पारी को समाप्त कर सकते हैं और राजनीति में पदार्पण कर सकते हैं.
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