Uttar Pradesh

अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण 30% पूरा, अब रामलला के गर्भ गृह पर फोकस



अयोध्या. उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya News) में रामलला के मंदिर (Ram Mandir) निर्माण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है. मंदिर का निर्माण कार्य लगभग 30 प्रतिशत पूरा हो चुका है. यहां बुनियाद भरे जाने के बाद राफ्ट का काम पूरा हो चुका है और अब उसके ऊपर प्लिंथ बनाई जा रही है. ये प्लिंथ जमीन से साढ़े 6 मीटर ऊंची होगी. प्लिंथ के पत्थरों को मिर्जापुर के बलुआ पत्थरों से ऊंचा किया जा रहा है और इसके ऊपर ग्रेनाइट पत्थर लगाए जाएंगे.
मंदिर निर्माण समय में हो इसको लेकर लगातार बैठकों का दौर चल रहा है. भवन निर्माण समिति ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ प्रत्येक माह स्थलीय निरीक्षण और कार्य की प्रगति तथा आने वाली बाधाओं पर चर्चा करती है, जिसमें कार्यदाई संस्था के इंजीनियर और वैज्ञानिक भी शामिल होते हैं. फिलहाल प्राथमिकता के तौर पर मंदिर निर्माण क्रमबद्ध तरीके से किया जा रहा है.

मंदिर निर्माण के साथ सरयू की जलधारा से मंदिर को हजारों वर्षों तक सुरक्षित रखने के लिए जमीन के 50 मीटर नीचे रिटेनिंग वॉल बनाई जा रही है, जो रामलला के मंदिर की नींव को सरयू की जलधारा से बचाएगी. इसके बाद पत्थरों को निर्माणाधीन स्थल तक लाया जाएगा. उन पत्थरों को भी निर्माणाधीन स्थल के आसपास ही रखा जाएगा, जिनकी जरूरत के हिसाब से आसानी पूर्वक उपलब्धता हो सके.

आधुनिक टेक्नोलॉजी से मंदिर निर्माण की प्रक्रिया को क्रमबद्ध तरीके से जोड़ा जाए और मंदिर अनंत काल तक सुरक्षित रहे इसको लेकर ट्रस्ट काफी लंबे समय से मंथन कर रहा है. राम मंदिर के गर्भ ग्रह और रिटेनिंग वॉल का काम पूरा होने के बाद श्रद्धालुओं की मूलभूत सुविधाओं को लेकर के संपूर्ण 70 एकड़ में काम होना है, जिसके लिए एक कार्य के समापन के साथ दूसरे कार्य को प्रारंभ किया जाएगा. मंदिर परिसर में ही संस्कृत विद्यालय, गौशाला, पाठशाला, श्रद्धालुओं की मूलभूत सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर का विकास किया जा रहा है.

राम मंदिर का निरीक्षण करने पहुंचे ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि 28-29 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है. एक वैश्विक महामारी जो गई है उससे ना केवल राम जन्मभूमि का कार्य प्रभावित हुआ, बल्कि पूरा विश्व प्रभावित हो गया. हम लोगों की पहले की जो योजना थी वह भी इस महामारी से प्रभावित हुई. हालांकि इसके बावजूद हम लोगों का जो लक्ष्य है, उस हिसाब से तेज गति से काम चल रहा है. वह कहते हैं, ‘विभिन्न प्रकार की बाधाओं के बावजूद हमारी भवन निर्माण समिति ने काफी तत्परता से कार्य को आगे बढ़ाया है. राम जन्मभूमि के लिए यह कार्य सदियों तक समाज को प्रेरणा देता रहेगा, इसीलिए निर्माण कार्य में लगे हुए लोग और भवन निर्माण समिति हर एक बिंदु पर गंभीरता से विचार करती है.

आपके शहर से (अयोध्या)

उत्तर प्रदेश

UP Board Exam: नोएडा में 38 हजार बच्चे रहेंगे CCTV की जद में, नकल करते पकड़े गए तो मिलेगी ये सजा

Meerut News: पद्मश्री से नवाजे गए शीशराम ने पीएम मोदी को सुनाया था ये श्लोक, और फिर…

Yogi Government 2.0: सीएम योगी के शपथ ग्रहण में पहुंचेंगी एक से एक हस्तियां, जानें कौन-कौन होगा शामिल

PM नरेंद्र मोदी के बाद अब युवाओं को भाने लगे हैं योगी, उनके कुंडल तक करने लगे ट्रेंड, जानें क्या है ये माजरा

Honey Trap: मिस्टर राजस्थान से लड़की वसूल रही थी 20 लाख रुपये, कहा- ये अंतिम किस्त है

अयोध्या में 7 साल की मासूम से हैवानियत: एक नहीं, तीन लोग थे घटना में शामिल…, वीडियो से खुली पोल

13 साल में नहीं हुआ काम, तो क्या बिजली विभाग डकार गया 6 करोड़!

गोपालगंज का मोस्ट वॉन्टेड अपराधी परमेन्द्र यादव UP के कुशीनगर से गिरफ्तार, दर्ज हैं कई मामले

UP News: रमापति शास्त्री बनाए गए प्रोटेम स्पीकर, विधायकों को दिलाएंगे शपथ

Honour killing or Suicide: बाराबंकी छात्रा की मौत पर सस्पेंस, परिजन हुए फरार

Mlc candidate अक्षय प्रताप मुश्किल में, फर्जी पते पर हथियार लाइसेंस लेने के मामले में 7 साल की सजा

उत्तर प्रदेश

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Ayodhya Big News, Ram Mandir



Source link

You Missed

Who Is James Redford? Facts About Robert’s Son Who Died At 58 – Hollywood Life
HollywoodSep 16, 2025

जेम्स रेडफोर्ड कौन है? रॉबर्ट के बेटे के बारे में तथ्य जो 58 वर्ष की आयु में मर गए – हॉलीवुड लाइफ

जेम्स “जेमी” रेडफोर्ड की जिंदगी और विरासत आज भी जीवित है। फिल्म निर्माता, कार्यकर्ता और अभिनेता रॉबर्ट रेडफोर्ड…

authorimg
Uttar PradeshSep 16, 2025

लकड़ी का सूप, अनाज भी साफ, दरिद्रता भी, मॉडर्न दौर में भी कायम है परंपरा, आज भी खरीद रहे लोग, जानिए कैसे होता है तैयार।

फर्रुखाबाद में आज भी जीवित है परंपरा और संस्कृति की वो झलक जो सैकड़ों साल पुरानी है. यहां…

Scroll to Top