आज विश्व तंबाकू निषेध दिवस है. हर साल 31 मई को ये दिन आता है और चला जाता है. लेकिन हर साल तंबाकू और ध्रूमपान की वजह से पूरी दुनिया में करीब 95 लाख लोगों की और भारत में साढ़े 13 लाख लोगों की मौत हो जाती है. इसके बावजूद हर साल सिगरेट कारोबार बढ़ता जा रहा है.
किंग जेम्स ने कहा था धूम्रपान नाक के लिए घृणित है, दिमाग के लिए हानिकारक है और फेफड़ों के लिए खतरनाक है. ये बहुत बड़ा और डराने वाला सच है. शरीर के किसी भी हिस्से में होने वाले कैंसर की बड़ी वजह स्मोकिंग या तंबाकू का सेवन है. स्मोकिंग से हार्ट अटैक की संभावना कई गुना बढ़ जाती है. तंबाकू की वजह से टीबी, दमा जैसे बीमारी होने की संभावना भी कई गुना बढ़ती है. फेफड़ा, गला और नाक की किसी भी कोई बीमारी का होना तय है. डायबिटीज होने का खतरा भी तंबाकू की वजह से बढ़ सकता है. महिलाओं और पुरुषों के प्रजनन क्षमता पर इसका असर होता है. इतना ही नहीं, स्मोकिंग आपके दिल और दिमाग दोनों पर असर करता है.
भारत में 28-29 फीसदी लोग किसी ना किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं और इसमें 10-12 फीसदी लोग स्मोकिंग करते हैं. 18-19 फीसदी लोग तंबाकू चबाते हैं, जबकि 2-3 लोग स्मोकिंग भी करते हैं और तंबाकू भी चबाते हैं. वहीं, हमारे देश में 85-90 फीसदी लोगों को स्मोकिंग की लत 19 साल से पहले लग जाती है. इसीलिए आपको इस बात का ध्यान रखना है कि स्टेटस और स्टाइल के चक्कर में आपका बच्चा स्मोकिंग तो नहीं करने लगा है.
तम्बाकू का कारोबारफिल्मों में स्मोकिंग को स्वैग की तरह दिखाने वाले हमारे फिल्म स्टार कोई हीरो या आदर्श नहीं है बल्कि बाजारवाद के गुलाम है क्योंकि हमारे देश में तंबाकू का कुल बाजार 1. 13 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है और ये हमारे देश के कुल हेल्थ बजट से ज्यादा है.
सिगरेट छोड़ने के तरीके* हमेशा इस बात को समझना चाहिए कि नशे की लत को छोड़ना जब जागो तभी सवेरा जैसा है.* यह सोचना चाहिए कि जिस दिन से इसे हाथ लगाना बंद करेंगे, इसके फायदे उसी दिन से शुरू हो जाएंगे.* लत से निकलने के लिए एक तारीख तय करें और उसके बाद चाहे जो जाए सिगरेट छोड़ दें.* धीरे-धीरे सिगरेट छोड़ने की तरकीब से बचें क्योंकि इसमें आप सिगरेट पीना बंद नहीं करते हैं.* ये याद रखें कि हर एक सिगरेट आपकी जिंदगी के 17 मिनट कम कर रहा है. आपके परिवार से आपको दूर कर रहा है.