सुल्तानपुर में नवरात्रि और दशहरा के दौरान दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. 7 से 9 अक्टूबर 2025 तक भारी और मध्यम वाहनों के शहर में प्रवेश पर रोक लगाई गई है, ताकि विसर्जन शोभायात्रा शांति और सुचारू रूप से संपन्न हो सके. केवल स्थानीय निवासियों को ही वैध आईडी पर प्रवेश की अनुमति दी जाएगी.
दशहरा और नवरात्रि के दौरान चल रहा दुर्गा महोत्सव इन दिनों पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. इसके अंतर्गत दुर्गा माता की प्रतिमा का विसर्जन भी बेहद भव्य तरीके से संपन्न होता है, जिसकी परंपरा काफी पुरानी है. जनपद के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन मुख्य रूप से सीताकुंड घाट पर संपन्न कराया जाएगा.
विसर्जन कार्यक्रम को सकुशल सम्पन्न कराने और शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने हेतु जिला प्रशासन द्वारा 7 अक्टूबर से 9 अक्टूबर 2025 तक शहर में सभी बड़े और मध्यम वाहनों का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित कर दिया गया है. प्रवेश प्रतिबंधित क्षेत्रों और वैकल्पिक रूटों के बारे में जानकारी दी गई है:
शहर को जाम से मुक्त रखने के लिए कुल 10 स्थानों को प्रवेश-प्रतिबंधित क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया गया है: अमहट, पयागीपुर, अंकित पेट्रोल पंप (बाईपास पुल के नीचे), बघराजपुर मोड़ (हाईवे पर), भुलकी चौराहा, नकराही मोड़, कमनगढ़ मोड़ (विनोवापुरी मोड़), टाटियानगर, द्वारिकागंज और टेढ़ुई तिराहा।
बसों का रूट भी डायवर्ट किया गया है. सुल्तानपुर का बस अड्डा शहर के बीचोंबीच स्थित है, इसलिए वहां भीड़ और जाम की आशंका को देखते हुए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों का मार्ग बदला गया है. अब बसें केवल टेढ़ुई मार्ग से होकर शहर के अंदर आएंगी और रोडवेज बस अड्डे तक पहुंचेंगी. वहीं से वापस लौटकर टेढ़ुई की ओर गंतव्य को जाएंगी. ई-रिक्शा का प्रवेश भी भीड़-भाड़ के चलते निषिद्ध रहेगा।
सुल्तानपुर पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी है कि हल्के वाहन, जिनके स्वामी या चालक का निवास शहर के भीतर है, उन्हें मान्य आईडी कार्ड या परिचय पत्र दिखाने पर शहर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. साथ ही, आम जनता से अपील की गई है कि वह यातायात नियमों का पालन करें और वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग कर विसर्जन कार्यक्रम को शांतिपूर्ण ढंग से सफल बनाने में प्रशासन का सहयोग करें।

