कद्दू की अगेती खेती से किसान कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। यह खेती विशेषकर ठंड के महीनों में अच्छी कीमत में बेची जा सकती है, जिससे किसानों को अच्छा लाभ मिलता है।
जिले के एक किसान मो. सगीर ने कद्दू की खेती करके अच्छा मुनाफा कमाया है। उन्होंने दो बीघे में 56 कद्दू की खेती की है और निकल भी रहा है। इसमें लागत की बात करें तो एक बीघे में 8 से 10 हजार रुपए आती है, जबकि मुनाफा करीब एक फसल पर 60 से 70 रुपये तक हो जाता है।
कद्दू की खेती करना काफी आसान है। पहले खेत की दो से तीन बार गहरी जुताई की जाती है, जिसमें गोबर व अन्य खादो का छिड़काव कर खेत को समतल किया जाता है। इसके बाद मेड बनाकर कद्दू के बीजों की लाइन टू लाइन बुवाई की जाती है। जब पौधा निकालने के बाद थोड़ा बड़ा हो जाता है, तो इसकी सिंचाई करनी होती है। करीब 55 से 60 दिन बाद फसल तैयार हो जाती है, जिसे तोड़ कर बाजारों में बेच सकते हैं।
कद्दू की डिमांड बाजारों में ज्यादा रहती है, क्योंकि इसका इस्तेमाल सब्जियों के अलावा और भी कई चीजो में होता है, जिससे ये अच्छे रेट में जाता है। इस फसल में देखा जाए तो लागत बेहद कम है, मुनाफा कहीं अधिक है।
कद्दू की खेती करने वाले किसान मो. सगीर ने बताया कि पहले हम पारंपरिक खेती करते थे, जिसमें हमे इतना मुनाफा नही हो पा रहा था। फिर हमने सब्जियों की खेती की शुरुआत की, जिसमें मटर बंद गोभी कद्दू बैगन आदि फसले है, जिसमें हमें अच्छा फायदा हुआ। इस समय हमारे पास करीब दो बीघे में 56 कद्दू लगा है और निकल भी रहा है।
कद्दू की खेती से किसानों को अच्छा लाभ मिलता है, क्योंकि इसकी कीमत बाजार में अच्छी रहती है। इस फसल की खेती करने से किसान कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

