रजनीश यादव/प्रयागराज : हर आदमी की इच्छा होती है कि वह हमेशा जवान और आकर्षक दिखे. इसके लिए वह खान-पान से लेकर फिजिकल एक्टिविटी पर भी खूब ध्यान देता है. विज्ञान भी इंसान के इस समस्या को सुलझाने में नए-नए प्रयास करता रहता है. इसी क्रम में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के फूड टेक्नोलॉजी विभाग की ओर से भी मोटे अनाज को लेकर एक जागरूकता पर काम किया गया और अच्छा मोटे अनाजों को मिलाकर उनसे अलग-अलग प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन बनाए और उसे बाजार में उतर कर लोगों को मोटे अनाज से तैयार इन व्यंजनों की खासियत भी बताई.इलाहाबाद विश्वविद्यालय के फूड टेक्नोलॉजी विभाग के छात्र-छात्राओं ने शिक्षक के साथ मिलकर 6 प्रकार के मोटे अनाज बाजरा ,ज्वार, रागी, कोदो और कुटकी का प्रयोग कर पास्ता खिचड़ी और कुकीज जैसे स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किया. यह सब प्रोफेसर नीलम यादव की निगरानी में लैब में बनाया गया. लाइफ में तैयार इन व्यंजनों को बाजार में बेचते हुए इसके फायदे को भी बताया. इस पौष्टिक आहार में विटामिन प्रोटीन मिनरल सहित विटामिन बी कांप्लेक्स भी ठीक मात्रा में मिल जाता है जो शरीर में होने वाली उपापचयी क्रियाओं पर नियंत्रण करता है. इसके साथ ही मोटे अनाज के प्रयोग कर लड्डू भी छह प्रकार के बनाए गए जो फाइबर युक्त है.क्या है मोटे अनाज के फायदेमोटा अनाज शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है. अगर आपको मोटापे की बीमारी है या फिर शरीर में कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ गया है तो मोटे अनाज का सेवन करने से इन सब पर नियंत्रण हो सकता है. बी कंपलेक्स भरपूर होने की वजह से गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित होता है. इसमें फाइबर पाए जाने की वजह से पेट पूरी तरह स्वस्थ रहता है.मिलेट की खेती करना है बेहतर विकल्पफूड टेक्नोलॉजी विभाग की विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर नीलम यादव बताती हैं कि मोटे अनाज को लेकर हमारे विभाग की ओर से कई काम किया जा रहे हैं. सरकार मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है. मोटे अनाज की जागरूकता को लेकर ही वर्ष 2023 को मिलेट्स ईयर घोषित किया गया..FIRST PUBLISHED : November 17, 2023, 16:56 IST
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Bihar CM Nitish takes swipe at Tejashwi over Jeevika promise, says he is trying to ‘mislead’ women
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