विजय कुमार/ग्रेटर नोएडा. ग्रेटर नोएडा के खेड़ा चौगानपुर गांव में 2 महीने पहले एक 5 मंजिला इमारत में दरार आने की वजह से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और प्रशासन के द्वारा उसे सील कर दिया गया था. आसपास के कई और भी मकानों को असुरक्षित मानते हुए उनको भी सील कर दिया गया था. दो महीने बीत जाने के बाद भी अभी तक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई है. वहीं सील होने से प्रभावित परिवार एक कमरे के मकान में रहने को मजबूर है.

दरअसल, ग्रेटर नोएडा में खेड़ा चौगानपुर गांव पड़ता है. इस गांव में मंदिर के पास रवि नाम के व्यक्ति के द्वारा पांच मंजिला इमारत को नियमों को ताक पर रखकर बना दिया गया. इस इमारत के बनने के बाद आसपास के अन्य मकानों में दरार आनी शुरू हो गई. आसपास के लोगों के द्वारा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और जिला प्रशासन से इसकी शिकायत की गई. जिसके बाद इस मामले में जिला प्रशासन और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से इस मकान को सील कर दिया गया.

प्राधिकरण के अधिकारी कर रहे है खानापूर्तिवहीं आसपास के मकानों को असुरक्षित मानते हुए 11 अगस्त को चार मकानों में सीलिंग की कार्रवाई की गई. 2 महीने बीत जाने के बाद भी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से कोई करवाई इस मामले में नहीं की जा रही है. सीलिंग से प्रभावित परिवार प्राधिकरण के चक्कर काट रहे हैं लेकिन प्राधिकरण के अधिकारी खानापूर्ति करते हुए नजर आ रहे हैं.

एक कमरे में मकान में रहने को मजबूर परिवारपांच मंजिला इमारत के सामने सुगम कुमार नाम के व्यक्ति का एक बड़ा मकान है. इस मकान में सुगम के परिवार समेत 7 परिवार रहते थे लेकिन 2 महीने पहले सील होने की वजह से उनको एक कमरे के मकान में रहने को मजबूर है. सुगम का कहना है जब से वह एक कमरे के मकान में रहना शुरू किया है. तबसे उनका पूरा परिवार बीमार है. प्राधिकरण के अधिकारियों के पास हर हफ्ते जाते हैं, लेकिन कोई भी ठोस जवाब नहीं मिल पा रहा है. वहीं सीलिंग की कार्रवाई से प्रभावित एकता भाटी कहती है उनके घर में 29 नवंबर को शादी है. उनका घर सील पड़ा हुआ है ऐसे में उनको चिंता सता रही है कि वह लड़की की शादी कैसे करेंगे. प्राधिकरण के अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.

आईआईटी रुड़की करेगी बिल्डिंग की जांचग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सर्कल 3 में आने वाले खेड़ा चौगानपुर गांव है. प्राधिकरण के सर्कल तीन के इंचार्ज राजेश कुमार राजौरी बताते हैं कि आईआईटी रुड़की से इस बारे में बातचीत चल रही है इस बिल्डिंग की जांच कराई जाएगी. आईआईटी रुड़की के द्वारा इस जांच करने के लिए शुल्क लिया जाएगा. जिसको प्राधिकरण की बैठक में पास कर लिया गया है. जल्द ही बिल्डिंग की जांच करने के लिए आईआईटी रुड़की की टीम गांव में जाएगी. आईआईटी रुड़की की टीम जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि आखिर यह बिल्डिंग को तोड़ा जाएगा या बिल्डिंग ऐसे ही सही हो जाएगी.
.Tags: Local18, Noida news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : October 6, 2023, 18:52 IST



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