हार्ट अटैक से बचाव ही इसका इलाज है. इसके लिए खाने में बदलाव लाना बहुत जरूरी है. यदि आपको दिल की बीमारियों से बचना है तो हेल्दी नहीं बल्कि सही खाना चुनने पर फोकस करें. शरीर की जरूरत के अनुसार सही चीज, सही मात्रा में खाने से वो असर दिख सकता है, जो दवाई करती है.
जापान की टोहो यूनिवर्सिटी में हुई एक नई रिसर्च ने दावा किया है कि फेरुलिक एसिड नाम का एक नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट, दिल को बीमारियों से दवाओं से भी बेहतर तरीके से बचा सकता है. यह एसिड चावल, कॉफी और पालक जैसे आम फूड्स में पाया जाता है, जो ज्यादातर लोगों के खाने की थाली में रोज शामिल होता है.
इसे भी पढ़ें- दिमाग तेज, दिल मजबूत और लिवर सेफ; रोजाना कॉफी पीने से मिलते हैं ये 5 जबरदस्त फायदे
क्या है फेरुलिक एसिड
टोहो यूनिवर्सिटी के डॉ. केंटो योशिओका द्वारा की गई इस स्टडी के अनुसार, फेरुलिक एसिड हार्ट अटैक की बड़ी वजह माने जाने वाले कोरोनरी आर्टरी स्पैज्म (धमनियों की ऐंठन) को रोकने में मदद करता है. रिसर्च में यह भी देखा गया कि फेरुलिक एसिड का असर हार्ट पेशेंट्स को दी जाने वाली कॉमन दवा डिल्टियाजेम से भी ज्यादा प्रभावी था.
दो तरीकों से करता है काम
1- L-टाइप कैल्शियम चैनल को ब्लॉक कर कैल्शियम को मसल सेल्स में जाने से रोकता है, जिससे धमनियों की सिकुड़न कम होती है.2- मायोसिन लाइट चेन नामक प्रोटीन को भी एक्टिव करता है, जिससे मांसपेशियां ढीली रहती हैं और ब्लड सर्कुलेशन ठीक बना रहता है.
किचन में छिपा दिल का इलाज
सबसे खास बात यह है कि फेरुलिक एसिड किसी महंगी दवा या दुर्लभ जड़ी-बूटी में नहीं, बल्कि चावल, कॉफी और पालक जैसे आम खाद्य पदार्थों में पाया जाता है. इस एंटीऑक्सीडेंट के बारे में 2018 की एक रिपोर्ट में भी बताया गया था कि यह शरीर से फ्री रेडिकल्स को हटाकर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है, जो दिल की बीमारियों की एक बड़ी वजह है.
फायदे सिर्फ दिल तक नहीं सीमित
फेरुलिक एसिड स्किन के लिए भी फायदेमंद है. जब इसे सनस्क्रीन में मिलाया जाता है, तो यह सन प्रोटेक्शन को बढ़ाता है और इंफ्लेमेशन को कम करता है. यह मुंहासे, पिगमेंटेशन जैसी स्किन समस्याओं में भी असरदार पाया गया है.
इस बात का रखें ध्यान
फेरुलिक एसिड कोई जादुई दवा नहीं है. दिल की सेहत के लिए स्मोकिंग छोड़ना, एक्टिव रहना, तनाव कम करना, भरपूर नींद लेना और हेल्दी वजन बनाए रखना भी जरूरी है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.