हार्ट अटैक को मेडिकल भाषा में मायोकार्डियल इंफार्क्शन कहा जाता है. इसमें दिल की मांसपेशियों तक खून की आपूर्ति रुक जाती है. हार्ट अटैक से होने वाले मौतों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. इसका कारण सिर्फ खराब लाइफस्टाइल ही नहीं बल्कि लक्षणों को नजरअंदाज करना या इन्हें समझने में देरी करना भी है.
अमेरिका के हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. क्रिस केली, जो नॉर्थ कैरोलिना के UNC रेक्स हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख हैं, ने हार्ट अटैक से पहले दिखने वाले तीन अहम संकेतों को साझा किया है. उनका कहना है कि इन लक्षणों को लोग अक्सर दूसरी बीमारियों से जोड़ कर नजरअंदाज कर देते हैं, खासकर महिलाओं में एक लक्षण ऐसा है जो आमतौर पर अनदेखा किया जाता है.
इसे भी पढ़ें- प्राचीन कब्रों में पनपने वाले घातक फफूंद, अब ब्लड कैंसर का बनेंगे इलाज, रिसर्च का दावा
सीने में दर्द या दबाव
डॉ. केली के अनुसार हार्ट अटैक का सबसे आम और प्राथमिक लक्षण है सीने में दर्द, जिसे अक्सर लोग दबाव, जकड़न, भारीपन या हल्के दर्द के रूप में महसूस करते हैं. अगर यह दर्द कुछ मिनटों तक बना रहे और कंधों, बाहों या जबड़े तक फैल जाए, तो यह हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है.
सांस फूलना
अगर बिना किसी शारीरिक मेहनत के भी सांस फूल रही है, जैसे कि आपने दौड़ लगाई हो, तो यह दिल की कमजोरी का संकेत हो सकता है. दिल जब ठीक से काम नहीं करता, तो फेफड़ों में तरल जमा होने लगता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है.
पेट दर्द
लगातार पेट दर्द, जी मिचलाना या उल्टी जैसा महसूस होना, जिसे लोग अक्सर अपच समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, जबकि यह हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है.
महिलाएं इस संकेत को न करें इग्नोर
डॉ. केली बताते हैं कि 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और महिलाओं में पेट दर्द हार्ट अटैक का एक कॉमन लक्षण है. अगर पेट दर्द मतली के साथ अचानक शुरू हो और कुछ मिनटों में ठीक न हो, तो यह दिल के दौरे का संकेत हो सकता है.
इन लक्षणों पर भी रखें नजर
– सीने में भारीपन, जलन या दबाव जो पीठ, गर्दन, जबड़े या बाहों में फैल जाए- बेचैनी, घबराहट या किसी अनहोनी का डर- चक्कर आना या बेहोश होना- दिल की धड़कन तेज होना- नींद न आना या बार-बार नींद से जागना
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.