उत्तर प्रदेश के कौशांबी में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां 2 मर्द के साथ 7 औरतें एक साथ रहती थीं, जो एक दूसरे के साथ खुशी-खुशी समय बिताती थी. लेकिन जब इनके रिश्ते का राज खुला, तो हर कोई सन्न रह गया. यह महिलाएं और पुरुष मिलकर भीड़ में चोरी करते थे.
कौशांबी पुलिस ने एक ऐसे संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो मंदिरों, मेलों और बाजारों में महिलाओं को शिकार बनाता था. इस गैंग में सात महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं, जिन्हें पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया है. चौंकाने वाली बात यह है कि सभी आरोपी एक ही गांव के रहने वाले हैं और लंबे समय से महिलाओं के गहने उड़ाने का काम कर रहे थे.
एडिशनल एसपी राजेश सिंह ने बताया कि यह गिरोह खासतौर से भीड़भाड़ वाले इलाकों-जैसे मंदिर, मेले और बाजार-में सक्रिय रहता था. महिलाएं जब पूजा या खरीदारी में व्यस्त होतीं, तभी ये लोग उनके गले से चेन और मंगलसूत्र उड़ा लेते. चोरी के लिए आरोपी सर्जिकल ब्लेड का इस्तेमाल करते थे, जिससे बिना शोर-शराबे के गहने काटकर आसानी से भाग निकलें.
पुलिस की बड़ी कार्रवाई सैनी पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक ऑटो में यह गैंग सवार होकर वारदात की फिराक में घूम रहा है. इसके बाद पुलिस ने नाकेबंदी कर ऑटो को रोका और तलाशी ली. ऑटो से सात महिलाएं और दो पुरुष पकड़े गए. तलाशी के दौरान पुलिस को 19 मंगलसूत्र, 5 सर्जिकल ब्लेड, एक ऑटो और एक अवैध तमंचा मिला.
पेशेवर अपराधी निकले आरोपीबरामदगी से साफ हो गया कि ये आरोपी सिर्फ छोटे-मोटे चोर नहीं बल्कि पेशेवर अपराधी हैं. भीड़ में महिलाओं के गहने काटने के लिए ब्लेड का इस्तेमाल और बचाव के लिए तमंचा रखना इस बात का सबूत है. पुलिस का कहना है कि अब तक यह गैंग कई महिलाओं को निशाना बना चुका है.
गांव से चला रहे थे गैंगजांच में सामने आया कि पकड़े गए सभी आरोपी करारी थाना क्षेत्र के बैशकाटी गांव के रहने वाले हैं. एक ही गांव के इतने लोग मिलकर चोरी का गैंग चला रहे थे, यह स्थानीय लोगों के लिए भी चौंकाने वाली बात है. पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है और आगे की जांच की जा रही है.