कन्नौज जिले के 17 गांवों को मिलेगा विकास का तोहफा
उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में अनुसूचित जाति बहुल्य 17 गांव जल्द ही विकास की नई मिसाल बनेंगे. इन गांवों का चयन प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के चौथे चरण में किया गया है. इस योजना के तहत गांवों में सड़कों, पेयजल, बिजली, जलनिकासी, सामुदायिक भवन और अन्य बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जाएगा. प्रत्येक गांव में कार्यों के लिए लगभग 20-20 लाख रुपए व्यय किए जाएंगे.
समाज कल्याण विभाग ने चयनित गांवों में कार्य कराने के लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया है. विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सचिव और ग्राम प्रधानों के साथ मिलकर कार्ययोजना बनाएं, ताकि समय पर काम शुरू कराया जा सके. इस योजना का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति बहुल्य गांवों का सर्वांगीण विकास करना है ताकि इन क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं सुलभ हो सकें.
चौथे चरण में चयनित गांवों में सदर ब्लॉक के गुठखा, भवानीपुर खुर्द, प्रताप, महमूदपुर, टिकौरा, भरसुआ, जलालाबाद के जसौरा, सौरिख, सिरसेंदुरपुर, इरशादपुर, मलिकपुर, उमर्दा के हरीसोली, फिजियापुर, ठिरियामऊ, जसौरी, बृजपुरी, भिमुखा खास, कसुम्भापुर और गुठेरी शामिल हैं. प्रत्येक गांव में विकास कार्यों के लिए समाज कल्याण विभाग 20 लाख रुपए देगा. इसके अलावा अन्य विभाग भी आवश्यक विकास कार्य कराएंगे.
जिला समाज कल्याण अधिकारी वेद प्रकाश मिश्रा ने बताया कि अब तक जिले में प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत पहले चरण में 8, दूसरे में 10, तीसरे में 8 और चौथे में 17 गांव चयनित हो चुके हैं. पांचवें चरण में भी छह गांवों का चयन प्रस्तावित है. योजना पूरी तरह लागू होने से इन गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, सड़क और रोजगार की स्थिति में बड़ा सुधार आने की उम्मीद है, जिससे ग्रामीणों के जीवन स्तर में व्यापक बदलाव देखने को मिलेगा.

