हाइलाइट्सठेकेदार मन्ना सिंह और उसके गनर की 2009 में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थीजिसके बाद से मन्ना सिंह का परिवार मुख्तार अंसारी के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहा था रिपोर्ट: अभिषेक राय

मऊ. उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद के ठेकेदार मन्ना सिंह और उसके गनर की 2009 में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद मन्ना सिंह उर्फ अजय प्रकाश सिंह के बेटे विकास सिंह और परिवार वाले लगातार मुख्तार अंसारी के खिलाफ लड़ रहे थे. अजय प्रकाश सिंह ने मुख्तार अंसारी की मौत के बाद अपने पिता की फोटो पर पहली बार माला और फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी. साथ ही परिवार वाले खुशी के आंसू रोए.

दरअसल, 29 अगस्त 2009 को नगर कोतवाली क्षेत्र में मन्ना सिंह और उसके साथी राजेश राय की बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. मन्ना सिंह हत्याकांड में उनके भाई हरेंद्र सिंह ने तत्कालीन मऊ सदर से विधायक मुख्तार अंसारी, हनुमान पांडे, कल्लू सिंह और उमेश सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. सुनवाई के दौरान ही हत्या के चश्मदीद गवाह राम सिंह मौर्य की 19 मार्च 2010 को मऊ शहर में हत्या कर दी गई थी. इतना ही नहीं गवाह राम सिंह की सुरक्षा में तैनात कॉन्स्टेबल सतीश की भी हत्या कर दी गई थी.

हालांकि, इस मामले में 7 साल पहले मुख्तार अंसारी सहित 8 लोगों को बाइज्जत बरी कर दिया गया था, जबकि, तीन आरोपियों को दोषी मानते हुए उन्हें उम्रकैद की सजा और जुर्माना लगया गया था. अब जब मुख़्तार अंसारी इस दुनिया में नहीं है और उसकी सल्तनत नेस्तानबूद हो चुकी है तो मन्ना सिंह के परिजन ख़ुशी का इजहार कर रहे हैं. माना सिंह की पत्नी ने कहा कि आज मुझे शांति मिली है. मेरे पति के आत्मा को भी शांति मिली है. मुझे भगवान पर भरोसा था और आज न्याय मिला है. उन्होंने बताया कि 9.30 बजे के करीब मुख़्तार अंसारी के मौत की सूचना मिली। पत्नी ने बताया कि जब मेरे पति की हत्या हुई तो उस वक्त मेरे बच्चे छोटे थे. जब तक वे स्कूल से घर नहीं आ जाते तब तक चिंता लगी रहती थी. पत्नी ने बताया कि मन्ना सिंह मुख्तार अंसारी से डरते नहीं थे, यही वजह थी कि उनकी हत्या करवा दी गई.
.Tags: Mafia mukhtar ansari, Mau newsFIRST PUBLISHED : March 29, 2024, 06:42 IST



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