मुरादाबाद में एक सिल्क हथकरघा स्वयं सहायता समूह चल रहा है, जहां 11 महिलाएं सफदर अली के नेतृत्व में बेडशीट, चादर, दरी बनाकर हर महीने 12,000 से 15,000 रुपये तक कमा रही हैं। यह समूह मुरादाबाद में स्थित है और इसमें 11 महिलाएं काम करती हैं। इन महिलाओं की मदद के लिए आदमी भी उनकी मदद करते हैं।
इन 11 महिलाओं की दैनिक आय 400 से 500 रुपये है, जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है। साथ ही, वे अपने परिवार के लोगों की मदद से भी अच्छा मुनाफा कमा रही हैं। उनका सामान दूर-दूर तक जाता है और अच्छी क्वालिटी का होता है, जिसकी खूब डिमांड रहती है।
समूह के संचालक सफदर अली ने बताया कि सिल्क हथकरघा स्वयं सहायता नाम से हमारा समूह चल रहा है, जो मुरादाबाद में स्थित है। इस समूह में 11 महिलाएं काम करती हैं और हमारे समूह में बेडशीट, चादर, दरी आदि चीजें बनाई जा रही हैं। इसके अलावा, छोटे-छोटे बच्चों को भी ट्रेनिंग देकर आत्मनिर्भर बनाया जाता है। इसके अलावा, इस समूह की मदद के लिए आदमी भी आगे आते हैं, जिससे उनका मुनाफा डबल हो जाता है।
सफदर अली ने कहा कि ज्यादातर हम मेलों में स्टॉल लगाते हैं और इसके अलावा जगह-जगह स्टाल लगते हैं, जहां से डिमांड आती है। बाकी जो लोग जानते हैं, वह घर से खरीद कर ले जाते हैं। जिसमें हमें अच्छा मुनाफा हो रहा है। इस काम में प्रत्येक महिला 12,000 से 15,000 रुपये महीने के हिसाब से आसानी से कमा रही है। इसके अलावा, अन्य महिलाओं और बच्चों को भी इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रहे हैं।
इस प्रकार, मुरादाबाद के सिल्क हथकरघा स्वयं सहायता समूह ने 11 महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया है, जो बेडशीट, चादर, दरी आदि चीजें बनाकर अच्छा मुनाफा कमा रही हैं।