क्रिकेट के मैदान पर एक ऐसी अनोखी घटना घटी, जिसने पूरी दुनिया के लोगों के दिमाग हिलाकर रख दिए. एक टेस्ट मैच जो पांच दिन तक चलता है, वो सिर्फ 10 ओवर में ही खत्म हो गया. दरअसल, यह घटना वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच एक टेस्ट मैच की है, जो सिर्फ 61 गेंदों (10.1 ओवर) में ही खत्म हो गया. इंग्लैंड की टीम 6 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने के लिए वेस्टइंडीज के दौरे पर आई हुई थी. वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच इस 6 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला ही टेस्ट मैच जमैका के सबीना पार्क मैदान पर 29 जनवरी 1998 को शुरू हुआ, लेकिन यह महज 10.1 ओवर में ही खत्म हो गया.
सिर्फ 10 ओवर में खत्म हुआ 5 दिन चलने वाले टेस्ट मैच
इंग्लैंड के कप्तान माइकल एथरटन ने सभी को चौंकाते हुए टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. इंग्लैंड का स्कोर 17/3 हो गया था और उसके बल्लेबाजों को वेस्टइंडीज के शुरुआती तेज गेंदबाज कर्टनी वॉल्श और कर्टली एम्ब्रोस की कुछ खतरनाक गेंदों का सामना करना पड़ा. अचानक ही पिच का बर्ताव बदल गया और इंग्लैंड के बल्लेबाजों की जान मुश्किल में दिखाई दे रही थी. बल्लेबाज इस खतरनाक पिच पर बैटिंग करते हुए लहूलुहान हो गए थे और अपनी जान बचाते दिख रहे थे. पिच काफी जानलेवा हो गई थी. इंग्लैंड के बल्लेबाज खूनम खून हो गए थे.
पूरी दुनिया के लोगों का हिल गया दिमाग
कर्टनी वॉल्श और कर्टली एम्ब्रोस के सामने इंग्लैंड के दोनों सलामी बल्लेबाज कप्तान माइक अर्थटन और विकेटकीपर बल्लेबाज एलक स्टीवर्ट बौखला गए. तेज रफ्तार वाली गेंदों ने दोनों ही बल्लेबाजों को जान बचाने के लिए मजबूर कर दिया. ज्यादा उछाल होने की वजह से गेंद सीधा बल्लेबाजों के शरीर पर जाकर लग रही थी, जिससे सलामी बल्लेबाज समेत अन्य खिलाड़ी भी काफी चोटिल हो गए थे.
जिस्म घाव के निशानों से भर गए
ऑन फील्ड अंपायर स्टीव बकनर और श्रीनिवास वेंकटराघान ने इन सब चीजों को ध्यान में रखते हुए मैच को रद्द करने का निर्णय लिया. लेकिन जब तक अंपायर द्वारा ये निर्णय लिया गया, तब तक बहुत देर हो गई थी. इंग्लैंड के बल्लेबाजों के जिस्म घाव के निशानों से भर गए थे. वे काफी ज्यादा चोटिल हो गए थे. पिच इतनी खराब थी कि 61 गेंदों में ही अंपायरों को ये निर्णय लेना पड़ा, केवल 10.1 ओवर में ही ये मैच समाप्त हो गया था.